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Feb 10, 2023

बस्ती में भाकियू ने कलक्ट्रेट में किया प्रदर्शन

बस्ती। में भारतीय किसान यूनियन ने 6 सूत्रीय मांगों को लेकर राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा। ज्ञापन में एमएसपी की कानूनी गारंटी देने, राष्ट्रीय किसान आयोग (स्वामीनाथन) की सिफारिश को लागू किए जाने सहित कई मांग की गईं।   

          किसानों ने लागत को देखते हुए गन्ने का मूल्य 500 रुपए प्रति क्विंटल मूल्य घोषित कराने, सभी चीनी मिल पर तत्काल बकाया गन्ना मूल्य का ब्याज सहित भुगतान कराने, जंगली और आवारा जानवरों (सुअर, नीलगाय बंदर) से फसलों को बचाने के लिए तुरन्त समुचित व्यवस्था किए जाने, उत्तर प्रदेश में बिजली का बढ़ाया गया दाम ग्रामीण क्षेत्र और किसानों पर न लागू किए जाने, सरकार द्वारा किए गए वादे के अनुसार धान, गेहूं, आलू, गन्ना सहित अन्य फसलों के उत्पादन लागत मूल्य में 50 प्रतिशत लाभ जोड़कर ही न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित किए जाने, किसानों की सभी फसलों की ऊपज की खरीद सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य के आधार पर सुनिश्चित कराए जाने की मांग की गई है।  

28 जनवरी से किया जा रहा धरना
भाकियू पदाधिकारी, कार्यकर्ता और किसान कलेक्ट्रेट पहुंचे। मांगो को लेकर नारेबाजी की, मांगो से सम्बंधित ज्ञापन डीएम के माध्यम से राष्ट्रपति को प्रेषित किया। चेतावनी दिया कि यदि मांगो को पूरा नहीं किया गया, किसानों के हितों की अवहेलना हुई तो व्यापक आंदोलन किया जाएगा। भाकियू जिलाध्यक्ष हृदयराम वर्मा ने कहा कि भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा मुजफ्फरनगर में किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर 28 जनवरी से अनवरत धरना-प्रदर्शन किया जा रहा है, लेकिन अभी तक प्रशासन और सरकार के द्वारा किसानों की समस्याओं को लेकर कोई सकारात्मक पहल नहीं की जा रही है।

ज्ञापन देने वालों में यह लोग रहे शामिल। 

अगर इस दिशा में शासन, प्रशासन द्वारा ठोस कदम नहीं उठाया गया तो पूरे प्रदेश के भाकियू कार्यकर्ता और किसान मिलकर आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। ज्ञापन सौंपने वालों में गनीराम चौधरी, परमात्मा प्रसाद चौधरी, पारसनाथ गुप्ता, राम उग्रह चौधरी, हरीश कुमार पांडेय, प्रेम चन्द्र चौधरी, शिव सागर, गौरीशंकर, विनोद कुमार चौधरी, शिव शंकर पांडेय, फूल चन्द्र चौधरी, तिलकराम चौधरी, राजेन्द्र प्रसाद चौधरी, वंश गोपाल, गंगा राम, राम महिपत चौधरी, त्रिवेनी चौधरी, मेवालाल किसान आदि मौजूद रहे।   


            रुधौली बस्ती से अजय पांडे की रिपोर्ट 

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