Jul 7, 2025

July 07, 2025

भारत के पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर जी की पुण्यतिथि पर विशेष

 


आज हम बात करने वाले हैं एक ऐसे सकस के बारे में जो भारत के 8वें प्रधानमंत्री थे एक ऐसे नेता की जो बहुत ही दृढ़ संकल्पित और साहसी था। जी हा हम बात कर रहे हैं भारत के पूर्व प्रधान मंत्री चन्द्रशेखर की जो अपनी तेज़ बुद्धि, नेतृत्व क्षमता और सामाजिक न्याय के प्रति प्रतिबद्धता के लिए जाने जाते थे। उनकी बातचीत में एक अनोखा आत्मविश्वास और स्पष्टवादिता थी, जो उन्हें मैं औरो से अलग एक प्रभावशाली व्यक्तित्व बनाती थी।

चंद्रशेखर जी का जन्म १ जुलाई १९२७ को उत्तर प्रदेश के इब्राहिमपट्टी में हुआ था। उनकी शिक्षा सतीश चंद्र कॉलेज, बलिया और इलाहाबाद विश्वविद्यालय में हुई, जहां उन्होंने सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों में गहरी रुचि विकसित की।

चंद्रशेखर जी की राजनीतिक यात्रा उनके कॉलेज के दिनों में शुरू हुई जब वे समाजवादी आंदोलन में शामिल हुए। उन्होंने विभिन्न पार्टियों के साथ काम किया, जिनमें भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, जनता पार्टी और जनता दल शामिल थीं। उन्होंने सामाजिक न्याय, आर्थिक सुधारों और वंचित समुदायों के कल्याण के लिए काम किया।

चंद्रशेखर जी का प्रधानमंत्री के रूप में कार्यकाल राजनीतिक उथल-पुथल और चुनौतियों से भरा था। उनकी अल्पमत सरकार को विभिन्न दलों के विरोध का सामना करना पड़ा, और उन्होंने राजनीतिक गठबंधनों के बीच स्थिरता बनाए रखने के लिए संघर्ष किया। इसके बावजूद, उन्होंने नेतृत्व और भारत की लोकतांत्रिक प्रक्रिया के प्रति गहरी प्रतिबद्धता का प्रदर्शन किया।

अब हम चन्द्रशेखर जी की एक कहानी के बारे में चर्चा करने जा रहे हैं जब उन्होंने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से मुलाकात की,और उन्हें अपने तेज़ बुद्धि और साहस का परिचय देते हुए उन्ही की भाषा में जबाब दिया। एक कॉमनवेल्थ सम्मेलन में, चंद्रशेखर जी और पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की मुलाकात हुई। चंद्रशेखर जी ने नवाज शरीफ से कहा, "आप बहुत शरारत करते हैं।" नवाज शरीफ ने जवाब दिया, "शरारत की वजह को दूर करो।" चंद्रशेखर जी ने पूछा, "वजह क्या है?" नवाज शरीफ ने कहा, "कश्मीर हमें दो, और सारी शरारत बंद हो जाएगी।" चंद्रशेखर जी ने मुस्कराते हुए कहा, "ठीक है, कश्मीर ले लो।" नवाज शरीफ ने कहा, "आइए, इस पर चर्चा करें।" दोनों नेता एक निजी कमरे में चले गए। चंद्रशेखर जी ने नवाज शरीफ को एक शर्त रखी, "भारत कश्मीर दे देगा, लेकिन पाकिस्तान को १५ करोड़ भारतीय मुसलमान भी लेने होंगे।"चंद्रशेखर जी और इंदिरा गांधी के बीच एक उल्लेखनीय घटना घटी, जब चंद्रशेखर जी ने इंदिरा गांधी से कहा कि अगर कांग्रेस पार्टी में अनुशासन नहीं बनाए रखा गया, तो वह पार्टी को तोड़ने से नहीं हिचकिचाएंगे। इंदिरा गांधी को यह बात सुनकर आश्चर्य हुआ और उन्होंने चंद्रशेखर जी से माफी मांगने को कहा। चंद्रशेखर जी ने अपनी बात पर कायम रहते हुए पार्टी के हितों को बनाए रखने की कोशिश की। चंद्रशेखर जी ने वंचित समुदायों के अधिकारों के लिए काम किया और लोकतांत्रिक आदर्शों को बनाए रखने के लिए संघर्ष किया। उनकी बहादुरी और साहस ने उन्हें एक प्रभावशाली व्यक्तित्व बनाया।

चंद्रशेखर जी को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि देते हुए, हम उनकी बहादुरी, साहस और प्रतिबद्धता को याद करते हैं।

July 07, 2025

दो भाईयों की एक साथ जली चिता

लखनऊ - इटावा के जसवंतनगर थानाक्षेत्र अंतर्गत निलोई  गांव में दो जवान भाइयों की एक साथ चिता जली ,एक नहर में डूबा था, दूसरा ट्रेन की चपेट आया था। दो बेटों की मौत से परिवार बेसुध हो गया।
July 07, 2025

एक ही परिवार के पांच लोगों की हत्या से हड़कंप

लखनऊ - बिहार के पूर्णिया से दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है,जहां 5 लोगों की हत्या से हड़कंप मच गया है।
एक ही परिवार के 5 लोगों की हत्या के बाद पूरे गांव के लोग फरार बताए जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि पिटाई के बाद पांचों को जिंदा जलाया गया, जिसमें पति - पत्नी और बच्चे भी शामिल बताए जा रहे हैं। डायन के शक में 5 लोगों की हत्या हुई। घटनास्थल पर फॉरेंसिक टीम बुलाई गई है।

July 07, 2025

प्रदेश सरकार बाल श्रमिकों को शिक्षा से जोड़कर, उनका कर रही है विकास

 प्रदेश सरकार बाल श्रमिकों को शिक्षा से जोड़कर, उनका कर रही है विकास

बहराइच । प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में प्रदेश से बालश्रम उन्मूलन के लिए विशेष कार्य किये गये है। प्रदेश सरकार बालश्रमिकों को चिन्हित कर शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ रही है। प्रदेश में संचालित विभिन्न योजनाओं से उन्हें लाभान्वित किया जा रहा है। बाल श्रमिक विद्या योजना के तहत प्रदेश में संचालित इस योजना के अन्तर्गत ऐसे बाल श्रमिकों जिनके माता पिता की मृत्यु हो चुकी है अथवा वे किसी गंभीर रोग से ग्रस्त होने के कारण कार्य करने की स्थिति में नहीं है। ऐसे कामकाजी बच्चों के लिए आर्थिक सहायता की धनराशि प्रत्येक माह रु. 1000 बालकों के लिए व रू.1200 बालिकाओं के लिए दी जाती है। लाभार्थी कामकाजी बालक/बालिका व किशोर/किशोरी योजना के अन्तर्गत कक्षा-8, 9, एवं 10 तक शिक्षा प्राप्त करते है तो उन्हें कक्षा-8 उत्तीर्ण करने पर रू. 6000 की अतिरिक्त धनराशि प्रोत्साहन के रूप में दी जा रही है। इस योजना के अन्तर्गत प्रति वर्ष 8-18 आयु वर्ग के 2000 कामकाजी बच्चों/किशोर-किशोरियों को लाभान्वित किए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में इस योजना के अन्तर्गत रू0 3.00 करोड़ आवंटित किए गए हैं। जिससे पात्र बालक/बलिकाओं की शिक्षा पर व्यय किया जा रहा है। बाल श्रम सर्वेक्षण योजना में बाल श्रम समस्या का आंकलन कराने हेतु बाल श्रम सर्वेक्षण कराया जा रहा है, जिसमे 09-14 आयु वर्ग के खतरनाक व्यवसायों/प्रक्रियाओं में चिन्हांकित बाल श्रमिकों के शैक्षिक पुनर्वासन हेतु राष्ट्रीय बाल श्रम परियोजना के अन्तर्गत प्रस्ताव तैयार कर भारत सरकार से स्वीकृति प्राप्त करने की योजना राज्य सेक्टर से स्वीकृत की गई है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में इस योजना के अन्तर्गत धनराशि रू0 5.00 लाख आवंटित किया गया है। जिससे सर्वेक्षण कार्य कराया जा रहा है। नया सवेरा योजना अन्तर्गत नया सवेरा योजना के अन्तर्गत यूनीसेफ के सहयोग से प्रदेश के बाल श्रम से सर्वाधिक प्रभावित 20 जिलों के चिन्हित 1197 ग्राम पंचायतों/शहरी वार्डों को बाल श्रम मुक्त घोषित किया जाना है। योजना में 20 जिलों के 1197 ग्राम पंचायतों/शहरी वार्डों में संचालित नया सवेरा योजना के अन्तर्गत अब तक कुल 1197 ग्राम व वार्डों का सर्वेक्षण पूर्ण कराकर 6-14 आयु वर्ग के 41285 कामकाजी बच्चों को चिन्हित किया गया है, जिसके सापेक्ष 33405 बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा में प्रवेशित/नियमित कराया गया है। इसी प्रकार 15-18 आयु वर्ग के 14825 कामकाजी बच्चों/किशोर-किशोरियों को चिन्हित किया गया है तथा उन्हें व्यवसायिक प्रशिक्षण कार्यक्रम में जोड़े जाने की कार्यवाही की जा रही है। नया सवेरा योजना के अन्तर्गत चिन्हित कामकाजी बच्चों/किशोर किशोरियों के 14825 परिवारों को विभिन्न सामाजिक सुरक्षा योजना से भी आच्छादित कराया गया है। अब तक 623 हॉट स्पाट (ग्राम पंचायतों/शहरी वार्डों) को बाल श्रम मुक्त घोषित किया जा चुकी है।बन्धुआ श्रम पुनर्वासन योजना, 2016 के तहत श्रम एवं रोजगार मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा 17 मई 2016 के उपरान्त पूर्व में संचालित बंधुआ श्रम पुनर्वासन योजना को संशोधित कर दिया गया हैं। इस योजना के अन्तर्गत बंधुआ श्रम प्रकरणों में समरी ट्रायल पूर्ण होने के उपरान्त पुनर्वासन हेतु क्रमशः धनराशि रू0 1.00 लाख, 2.00 लाख व 03.00 लाख दिये जाने की व्यवस्था की गई है, जोकि पूर्ण रूप से श्रम एवं रोजगार मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा भुगतान किया जाता है। इसके अतिरिक्त पुनरीक्षित योजना में अवमुक्त बंधुआ श्रमिक को तात्कालिक सहायता के रूप में धनराशि रू0 30,000/- का भुगतान किया जाता है। इस हेतु राज्य सरकार द्वारा प्रत्येक जिले में जिलाधिकारी के स्तर पर धनराशि रू0 10.00 लाख कार्पस निधि की व्यवस्था प्रत्येक जिले में की जा चुकी है

July 07, 2025

बिहार मतदाता संशोधन सूची को SC में चुनौती

दिल्ली-बिहार में मतदाता सूची संशोधन का मामला,
विपक्षी राजनीतिक दल पहुंचे सुप्रीम कोर्ट, मतदाता सूची संशोधन को SC में चुनौती दी।

July 07, 2025

नशीली कोल्ड्रिंक्स पिलाकर ससुर ने किया बहू से दुष्कर्म

लखनऊ - मेरठ के मुंडाली थानाक्षेत्र अंतर्गत मुंडाली गांव में 
नशीली कोल्ड ड्रिंक पिलाकर बहू से किया दुष्कर्म किया,होश में आने परबहू ने सास को ससुर की करतूत बताई। पति और सास ने पीड़िता को पीटकर घर से निकाल दिया। अभी 7 माह पहले शादी हुई थी, आरोप है कि तभी से लगातार उत्पीड़न किया जा रहा है। एसएसपी ऑफिस पहुंची पीड़िता ने न्याय की गुहार लगाई।
July 07, 2025

दबंगों ने दुकान में की तोड़फोड़

लखनऊ - अमरोहा के गजरौला थानाक्षेत्र अंतर्गत जलालपुर कला में दबंगों ने दुकान में घुसकर तोड़फोड़ की,समोसे की दुकान पर दबंगों ने उत्पात मचाया । तोड़फोड़ व मारपीट की घटना सीसीटीवी में कैद हो गई।