कानपुर के गोविंद नगर थाने में तैनात दरोगा से बाइक सवार दो छात्रों की गाड़ी टकरा गई। उसके बाद तो दरोगा ने छात्रों को पीटते हुए कोतवाली ले गए और छात्रों से अपराधियों जैसा सलूक करते हुए हवालात में बंद कर दिया और फिर रात भर पट्टा और लाठी से पीटा। इस तरह की बर्बरता पूर्वक पिटाई से दोनों छात्रों की पीठ और कमर के नीचे का हिस्सा काला पड़ गया। दारोगा साहब का जब इतने पर भी मन नहीं भरा तो दोनों छात्रों का पुलिस ने शांतिभंग में चालान भी कर दिया। इस तरह घटना की जानकारी की पर पुलिस आयुक्त ने दरोगा को तत्काल लाइन हाजिर कर दिया।
बर्रा के मलिकपुरम में बीएससी द्वितीय वर्ष के छात्र अभिषेक गोयल अपने परिजनों के साथ रहते हैं। अभिषेक ने बताया कि सोमवार रात लगभग 8 बजे वह पड़ोस में रहने वाले दोस्त नमन आर्या के संग अपने छोटे भाई आकाश के जन्मदिन के लिए बर्थडे केक लेने मोटरसाइकिल से गोविंदनगर जा रहे थे। गोविंद नगर के प्रिंस मोटर्स के सामने सिविल ड्रेस में जा रहे गोविंद नगर थाने में तैनात उपनिरीक्षक जितेंद्र बहादुर सिंह से टक्कर हो गई। आगबबूला दरोगा ने गाली-गलौज करने के साथ ही थप्पड़ जड़ दिया। इस पर दोनों छात्रों ने विरोध किया। दरोगा को इतना गुस्सा आया कि दोनों को थाने उठा लाए। दोनों का मोबाइल छीनने के बाद हवालात में बंद करके पट्टे से इतना पीटा कि कमर के नीचे का हिस्सा और पीठ काली पड़ गई। थप्पड़ मारने के चलते दोनों के गाल लाल थे। इतना ही नहीं दोनों का शांतिभंग में चालान - कर दिया। इसके साथ ही बाइक भी थाने में खड़ी करा ली। मामले की जानकारी मिलने पर नमन के पिता रवी और उनकी पत्नी पूनम के साथ ही अभिषेक की मां थाने पहुंची। वहां पर कोतवाल धनंजय पांडेय ने भी परिजनों की एक नहीं सुनी और परिजनों को लौटा दिया।
भयभीत छात्रों के परिजन पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड से मिले और पूरे मामले की जानकारी दी। इसके साथ ही परिजनों ने कमिश्नर को छात्रों को थर्ड डिग्री के दौरान दी गई यातनाओं के निशान भी दिखाए। इसके बाद पुलिस कमिश्नर ने कोतवाल धनंजय पांडेय को फटकार लगाई। छात्रों के साथ मारपीट करने वाले दरोगा जितेंद्र बहादुर को लाइ हाजिर कर दिया।
No comments:
Post a Comment