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Jan 11, 2023

फर्जी आईएएस बन कर रौब गालिब करना पड़ा भारी, ससुराल वालों ने भिजवाया जेल।

आगरा पुलिस ने गाजियाबाद से एक फर्जी IAS गिरफ्तार किया है। उसकी कहानी भी काफी हैरतअंगेज है। उसने स्वयं को प्रक्षिक्षु आईएएस अधिकारी बताकर विवाह भी रचा लिया और दहेज में 45 लाख नगद, महंगी कार और करीब 350 ग्राम सोने के आभूषण भी ले लिया। इसके बाद अपनी विवाहिता पत्नी को घर से भगा कर नोएडा में एक दूसरी युवती के साथ लिव-इन में रहने लगा।
 जब उसके ससुर पता लगाते हुए नोएडा पहुंचे, तो उन्हें अपने घर न बुलाकर दूसरे स्थान पर मिलने के लिए बुलाया। परंतु उसका भेद खुल गया और ससुर ने उसे गिरफ्तार करवा दिया।
आगरा के एत्माद्दौला के कालिंदी विहार के रहने वाले श्रीनिवास ने अपनी बड़ी बेटी खुशबू का विवाह गत वर्ष 15 मार्च, 2021 को आरोपी संजय सिंह से की थी। आरोपी संजय मथुरा का रहने वाला है। उसने खुद को प्रक्षिक्षु आईएएस बताया था। भरोसे के लिए आईएएस का अपना फर्जी पहचान पत्र भी उन लोगों को दिखाया था।

पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उसके फोटो देखकर ससुराल वालों को उसके अफसर होने का विश्वास हो गया था। बेटी खुशबू के ससुराल पहुंचने पर संजय और ससुरालवालों ने नोएडा में फ्लैट की मांग करने लगे। इस दौरान आरोपी ने पत्नी का गर्भपात भी करा दिया। विरोध करने पर पति और ससुरालवालों ने उसे मारपीट कर घर से निकाल दिया।
 खुशबू के पिता श्रीनिवास को पता चला कि उनका दामाद संजय नोएडा में किसी महिला के साथ रहता है। 8 जून को श्रीनिवास और खुशबू संजय से मिलने नोएडा गए । वह खुद एक रेस्टोरेंट में आकर मिला। दोबारा मिलने का प्रयास करने पर जान से मारने की धमकी दी।

इसकी शिकायत लेकर श्रीनिवास बेटी की ससुराल मथुरा पहुंचे। आरोप है कि ससुर रनवीर सिंह और सास शिव कुमारी ने धमकी दी। ससुर ने राइफल से फायर कर दिया। लेकिन, वह किसी तरह से बचकर भाग निकले।
 श्रीनिवास ने 30 जुलाई 2022 को एत्माद्दौला थाने में संजय, रनवीर और शिव कुमारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। मंटोला पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी। जांच के दौरान पीड़ित की बताई गई बात सही निकली।

इसके बाद मंगलवार को पुलिस पकड़ने गई तो स्थानीय निवासी वहां जुट गए। पुलिस से पूछताछ करने लगे। पुलिस ने बताया कि संजय के खिलाफ दहेज प्रताड़ना और धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज है। वह आईएएस अधिकारी नहीं है, जिससे सोसाइटी के लोग भी हतप्रभ रह गए।

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