Breaking





Dec 21, 2022

बस्ती मंडल के 913 स्‍कूली वाहन चालकों का नहीं हुआ सत्‍यापन

बस्ती। पुलिस के पेंच में 9 सौ से अधिक स्कूली ड्राइवर का चरित्र सत्यापन फंस गया है। पुलिस विभाग की ढुलमुल कार्य प्रणाली के चलते मंडल के 913 स्कूली बस चालकों का चरित्र व डीएल का सत्यापन नहीं हो सका है। इससे यह अंदाजा लगाना मुश्किल हो रहा है कि अभिभावकों के बच्चों को स्कूल तक लाने और ले जाने वाला चालक अपराधी है या ईमानदार।   

         स्कूली वाहनों में घटने वाली आपराधिक घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए सुप्रीम कोर्ट व भारत सरकार के निर्देशानुसार सभी स्कूल वाहनों के चालकों का डीएल व चरित्र सत्यापन करवाना अनिवार्य किया गया है। इसके तहत स्‍कूली वाहनों के चालकों का चरित्र एवं डीएल का सत्‍यापन कराया जा रहा है। लेकिन अभी भी बस्ती मंडल के कुल 1924 स्कूली वाहनों में से 913 चालकों का चरित्र व डीएल सत्यापन नहीं हो सका है। इनमें सबसे अधिक बस्ती में 852 के सापेक्ष 487, संतकबीरनगर में 542 के सापेक्ष 343, सिद्धार्थनगर में 530 के सापेक्ष 73 चालक शामिल हैं, जिनका अभी तक न तो चरित्र सत्यापन हो सका है और न ही उनके डीएल को सत्यापित करने की जहमत उठाई गई है।  

चालक बोले-थानों पर बेवजह किया जा रहा परेशान

अधिकांश स्‍कूली वाहन चालकों के अनुसार, उनको सबसे अधिक परेशानी थानों पर हो रही है। चरित्र सत्यापन के लिए उन्हें बेवजह दौड़ाकर परेशान किया जाता है।बस्ती मंडल के आरटीओ प्रशासन रविकांत शुक्ला ने बताया कि इस बारे में डीआईजी स्तर पर वार्ता हुई है। इसके बावजूद तीनों जिलों के प्रशासनिक अधिकारियों को पत्र लिखकर सत्यापन में सहयोग करने को कहा गया है।    


           रुधौली बस्ती से अजय पांडे की रिपोर्ट

No comments: