Feb 22, 2020

हजरतगंज काफी हाउस को लेकर स्वामित्व विवाद गहराया, पेंचीदा फंसा मामला।

लखनऊ - उत्तर प्रदेश की राजधानी का ह्रदय कहा जाने वाला हजरतगंज आज कल काफी हाउस में उपन्न स्वामित्व विवाद को लेकर सुर्ख़ियों में है। काफी हाउस में कब्जेदारी को लेकर दो पक्ष आमने सामने आ गये हैं। बताते चलें कि जिस काफी हाउस में कभी डॉ राम मनोहर लोहिया,पूर्व प्रधानमंत्री  अटल बिहारी बाजपेयी,बी पी सिंह,बीर बहादुर सिंह,नारायण दत्त तिवारी सहित तमाम दिग्गजों की हंसी ठिठोली होती थी,देश के नामचीन साहित्यकारों तथा बुद्धजीवियों ,विभिन्न दलों के राजनेताओं व बड़ी-बड़ी सखियतो के मिलन का केंद्र था,लोग बैठते थे देश दुनिया के गम्भीर विषयो पर मनन करते थे।
आज उस स्थान के विवादित होने की खबर से साहित्यकारों व सामाजिक लोगो मे उलझन है। काफी हाउस का विवाद अब पुलिस तक पहुंच चुका है। विगत बुधवार को कुछ लोगो द्वारा काफी हाउस का मालिकाना हक बताते हुये उसमे ताला लगाने का प्रयाश किया गया। मामले में काफी हाउस को संचालित करने वाली इंडियन काफी हाउस वर्कर्स कोआपरेटिव सोसायटी की सचिव अरुणिमा सिंह द्वारा हजरतगंज कोतवाली में काफी हाउस को कब्जियाने व धमकाने की शिकायत की गयी है। बताया जा रहा है कि 1992 में हजरतगंज निवासी प्रेमसागर गुप्ता व ऊषा गुप्ता के पास काफी हाउस का स्वामित्व अपने पास होने का दावा किया है।इसके बाद वह दिल्ली चले गये,इसी दौरान उन्होंने गोमतीनगर निवासी रंजना सिंह के नाम वह सम्पत्ति बेंच दी, इसी आधार पर कुछ लोग काफी हाउस पर कब्जा करने आये थे। हिलहाल पुलिस ने दोनों पक्षो को कानून व्यवस्था बनाये रखने का निर्देश दिया है।काफी हाउस का संचालन सोसायटी ही कर रही है।

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