करनैलगंज/गोण्डा - रविवार को आजाद युवा विकास फाउंडेशन केे द्वारा माह के प्रत्येक रविवार की तरह इस रविवार को सरयू स्वच्छता अभियान चलाकर सरयू में फेंके गये तमाम तरह के वर्जित व हानिकारक पदार्थो को निकालकर एक लंबे अरसे से सरयू की साफ - सफाई की जा रही है।अभियान से जुड़े शिक्षक व फाउंडेशन के संरक्षक मान सिंह ने बताया कि, पर्यावरण एवं प्रकृति एक ही सीक्के के दो पहलू हैं। जनसामान्य के लिए जो प्रकृति है,उसे विज्ञान में पर्यावरण कहा जाता है। हमारे चारों तरफ जो भी वस्तुएं हैं, शक्तियां, जो हमारे जीवन को प्रभावित करती हैं, वे सभी पर्यावरण बनाती हैं। मोटे तौर पर जल, हवा, जंगल, जमीन, सूर्य का प्रकाश, रात का अंधकार और अन्य जीव जंतु सभी हमारे पर्यावरण के भिन्न तथा अभिन्न अंग है। वही आज के दौर में संकट में है।
हर्षवर्धन मिश्रा ने बताया कि,सबको जीवन देने वाली सरयू का अस्तित्व आज खतरे में है।
है,सरयू आज तरह-तरह के खतरों से जूझ रही है।
कल-कल बहती स्वच्छ सरिताएं थीं,निर्मल झील व पावन झरने थे, आज ये सब ढूंढे नहीं मिलते, नदियां प्रदूषित कर दी गई हैं।
इनमें हम शहर का सारा जल-मल, यहां तक कि शवों को भी बहा देते हैं। जिससे नदियों का अस्तित्व खत्म होता जा रहा है आज अभियान में आशीष गुप्ता , मोनू सिंह , रमेश पांडे , शिवेंद्र सिंह , हर्षित सिंह आदि स्वयंसेवको की भागीदारी रही।
हर्षवर्धन मिश्रा ने बताया कि,सबको जीवन देने वाली सरयू का अस्तित्व आज खतरे में है।
है,सरयू आज तरह-तरह के खतरों से जूझ रही है।
कल-कल बहती स्वच्छ सरिताएं थीं,निर्मल झील व पावन झरने थे, आज ये सब ढूंढे नहीं मिलते, नदियां प्रदूषित कर दी गई हैं।
इनमें हम शहर का सारा जल-मल, यहां तक कि शवों को भी बहा देते हैं। जिससे नदियों का अस्तित्व खत्म होता जा रहा है आज अभियान में आशीष गुप्ता , मोनू सिंह , रमेश पांडे , शिवेंद्र सिंह , हर्षित सिंह आदि स्वयंसेवको की भागीदारी रही।



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