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Sep 7, 2019

कटरा/करनैलगंज/गोंडा- मनरेगा में हुई घपलेबाजी की जांच के लिए गोण्डा पहुंचे प्रदेश के अपर आयुक्त मनरेगा, बड़ी गड़बड़ी का हुआ खुलासा।

मनरेगा में हुई घपलेबाजी की जांच के लिए गोण्डा पहुंचे प्रदेश के अपर आयुक्त मनरेगा, बड़ी गड़बड़ी का हुआ खुलासा।

मस्टर रोल में दिखा दिया दो सौ मजदूर, मौके पर नहीं मिला एक भी मजदूर

एक ही काम की दस आईडी बनाकर कराया पेमेन्ट अपर आयुक्त मनरेगा की जांच में हुआ खुलासा

प्रदेश के अपर आयुक्त मनरेगा श्री योगेश कुमार मनरेगा योजना के तहत सबसे ज्यादा धन खर्च कर सुर्खियों में आने वाले जनपद के ब्लाक कटरा बाजार में मनरेगा में हुई अनियतिताओं की जांच के लिए शनिवार को गोण्डा पहंुचे। अपर आयुक्त की जांच में सभी जगहों पर भारी अनियमितता पकड़ी गई।

बतातें चलें कि मनरेगा योजना में प्रदेश में सबसे ज्यादा धन खर्च करने वाले कटरा बाजार ब्लाक में इस योजना के तहत कराए गए कार्यों की शासन स्तर से जांच शुरू हो गई है। अपर आयुक्त मनरेगा उ0प्र0 शासन श्री योगेश कुमार शनिवार को तड़के ही ब्लाक कटरा बाजार पहुंच गए। वहां पर उन्होने सीडीओ आशीष कुमार एवं अन्य अधिकारियों के साथ पहले बैठक की। उसके बाद वे सर्वाधिक धन खर्च करने वाली ग्राम पंचायतों का लेखा-जोखा लेकर उन ग्राम पंचायतों में पहुंचे। सबसे पहले उन्होंने ग्राम पंचायत गोड़वा में बने गौ आश्रय केन्द्र का निरीक्षण किया तो वहां की दशा देखकर वे अचम्भित रहे गए। वहां पर कराएं कार्यों का ब्यौरा चेक किया गया तो ज्ञात हुआ कि एक ही प्रकार के कार्य की दस आईडी जनरेट करके करोड़ों रूपए का भुगतान कर दिया गया है जबकि मौके पर व्यय धनराशि के सापेक्ष कार्य व उसकी गुणवत्ता बिल्कुल ही घटिया पाई गई। गौ आश्रय केन्द्र गोड़वा में पांच-पांच तालाब मनरेगा से खुदवाए गए और एक-एक तालाब पर कई हजार मानव दिवस दिखा दिए गए। गौ वंशों के रहनेे के लिए लगाई गई टिन शेड की मोटाई मानक से कम पाई गई। निरीक्षण के दौरान यह भी पकड़ में आया कि मस्टर रोल में दौ सौ मजूदरों को आज काम पर दिखाया गया है परन्तु मौके पर एक भी मनरेगा मजदूर काम करते हुए नहीं मिला। इन्टरलाकिंग की गुणवत्ता भी बेहद घटिया पाई गई। अपर आयुक्त ने इन्टर लाकिंग ईंट तथा रिटेनिंग वाॅल बनाने में इस्तेमाल किए गए मसाले की सैम्पलिंग कराकर गुणवत्ता की जांच के लिए नमूने भी रखवाए हैं।

इसके बाद अपर आयुक्त ग्राम पंचायत भरथा इटैया पहुंचे। वहां पर भी निरीक्षण में तालाब की खुदाई ट्रैक्टर से कराई गई मिली। धन खर्च का ब्यौरा देखने पर पता चला कि एक ही काम की दो आईडी जनरेट करके 51 लाख रूपए निकाल लिए गए हैं। पहली आईडी पर 26 लाख 2 हजार 114 चैदह रूपए तथा दूसरी आईडी पर 24 लाख 99 हजार रूपए खर्च किए गए और काम पूरा दिखाते हुए भुगतान कर दिया गया। जबकि काम अधोमानक मिलने के साथ ही किसी भी कार्यस्थल पर परियोजना का नाम, लागत, परियोजना का वर्ष आदि से सम्बन्धित कोई बोर्ड नहीं लगा मिला। अपर आयुक्त ने स्थलीय निरीक्षण में बड़े पैमाने पर मिली गड़बड़ियों पर गहरी नाराजगी व्यक्त की है और कड़ी कार्यवाही के संकेत दिए हैं।


इस दौरान सीडीओ आशीष कुमार, संयुक्त विकास आयुक्त देवीपाटन मण्डल अनिल कुमार पाण्डेय, डीसी मनरेगा हरिश्चन्द्र प्रजापति, पीडी सेवाराम चाौधरी, डीडीओ रजत यादव, बीडीओ कटरा बाजार, एपीओ मनरेगा, ज्वाइन्ट बीडीओ, एडीओ पंचायत, ग्राम पंचायत अधिकारी, तथा अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

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