गोण्डा - 1857के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम का विगुल फूंक कर फांसी का फंदा चूमने वाले महान क्रांतिकारी मंगल पांडे की जयंती पर जिला कांग्रेस कार्यालय में जिला अध्यक्ष राम प्रताप सिंह के नेतृत्व में पुष्पांजलि अर्पित कर क्रांतिकारी महा नायक के व्यक्तित्व और कृतित्व पर विस्तार से चर्चा की गई ।
इस पर आयोजित विचार गोष्ठी की शुरुवात करते हुए पूर्व जिलाध्यक्ष प्रमोद मिश्र ने कहा कि बलिया उत्तर प्रदेश के ब्राह्मण परिवार में जन्मे मंगल पांडे ने चर्बी लगे कारतूसों का प्रयोग न करने को लेकर बंगाल रेजीमेंट के अपने साथियों का आवाह्न कर सैनिक विद्रोह की शुरुवात की और नारा दिया कि मारो फिरंगी को और इसी के साथ प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की नींव पड़ी
शहर अध्यक्ष शाहिद अली कुरेशी ने अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा जब अंग्रेजी हुकूमत अपने चरम पर थी ऐसे समय में ब्रिटिश फौज में सिपाही रहते हुए उनके विरुद्ध सशस्त्र विद्रोह की शुरुवात कर मंगल पांडे को प्रथम स्वतंत्रता सेनानी होने का ग़ौरव प्राप्त है
जिलाध्यक्ष पूर्व विधायक राम प्रताप सिंह ने कहा की बंगाल इन्फेंट्री की पांचवी बटालियन के सिपाही मंगल पांडे को 22वर्ष की उम्र में फांसी की सजा पाने वाले महान क्रांतिकारी मंगल पांडे ने गाय और सूअर की चर्बी लगे हुए कारतूसों को मुंह से न खोलने का आवाहन कर अपने साथी सैनिकों के साथ अंग्रेजी हुकूमत का आदेश मानने से इनकार कर दिया जिस वजह से 8 अप्रैल 1857 को बैरम पुर बैरक में फांसी दी गई किंतु उसी के साथ ही देश के आजादी का बिगुल फूंक दिया गया ऐसे महान क्रांतिकारी को शत-शत नमन बंदन
मीडिया प्रभारी शिव कुमार दूबे, अल्पसंख्यक विभाग के अध्यक्ष सगीर खान, सेवादल के अनीस नाना, राम बुझारत वर्मा, शहजादे मेवाती ने क्रांतिकारी मंगल पांडे के बारे में अपने विचारों से श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए नमन किया।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से सौरभ सिंह, शादाब खान एडवोकेट, रवि मिश्रा,मो इमरान खान, अब्दुल्ला , अविनाश मिश्रा, विनोद, जानकी देवी सहित तमाम कांग्रेस जनों ने पुष्पांजलि अर्पित कर क्रांतिकारी मंगल पांडे को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान हरिश्चंद्र श्रीवास्तव, सुरेश गौतम, वाजिद अली,तैय्यब, नवी बक्स, निर्मला देवी डॉ जफर अशफाक, हाफिज महमूद भी उपस्थित रहे।
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