गोण्डा, 21 अप्रैल 2025:
जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने जनपद में बिना अग्निशमन सुरक्षा प्रमाणपत्र (फायर एनओसी) के संचालित हो रहे चिकित्सालयों व पैथोलॉजी सेंटरों की शिकायत पर गंभीर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने मुख्य अग्निशमन अधिकारी को निर्देशित किया है कि सभी सरकारी और निजी चिकित्सालयों में फायर सेफ्टी ऑडिट अभियान के रूप में तत्काल प्रारंभ किया जाए और एक सप्ताह के भीतर उसकी रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए।
जिलाधिकारी ने कुछ मीडिया रिपोर्ट्स का हवाला देते हुए कहा कि चिकित्सालयों में अग्निशमन के मानकों की अनदेखी, मरीजों और कर्मियों की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बन सकती है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पूर्व में दिए गए निर्देशों का पालन नहीं किया गया, जो अत्यंत खेदजनक है, खासकर जब हाल के दिनों में कुछ अस्पतालों में दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं घट चुकी हैं।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिया है कि जिन संस्थानों में अग्निशमन के मानक पूरे नहीं हैं, उन्हें लिखित रूप से सूचित किया जाए और उनकी सूची मुख्य चिकित्सा अधिकारी व जिलाधिकारी कार्यालय को तत्काल भेजी जाए।
इस कार्रवाई के तहत जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने का प्रयास किया जा रहा है ताकि किसी भी आपात स्थिति में जानमाल की हानि से बचा जा सके।
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