डीएम ने निर्देश दिया कि सभी 104 आशा संगिनी का रोस्टर जारी करें। जिससे भ्रमण कर वे सभी 2225 आशाओं के कार्यों की मॉनिटरिंग कर सकें। समीक्षा में पाया गया कि मरवटिया, दुबौलिया, गौर, परसरामपुर सीएचसी विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं के क्रियान्वयन में काफी पिछड़ा हुआ है। सीएमओ को निर्देशित किया कि माह में एक बारसीएचसी का निरीक्षण अवश्य करें, कार्यों में सुधार लाएं। सीएचसी के नोडल एसीएमओ प्रत्येक माह सीएचसी का निरीक्षण कर इंप्रूवमेंट लाए।
फीडिंग में लापरवाही करने पर मानदेय में कटौती
स्वास्थ्य सेवाओं की फीडिंग में आ रही दिक्कतों के मद्देनजर सभी 16 कंप्यूटर ऑपरेटर के कार्यों की समीक्षा करने का निर्देश दिया। यदि वे अपने कार्य से अनुपस्थित रहते हैं या समय से फीडिंग पूरी नहीं करते हैं तो उनके मानदेय में कटौती की जाए। कार्य में शिथिलता पाए जाने पर इनकी संविदा समाप्त की जाए। सीएचसी, पीएचसी ओपीडी में पर्याप्त संख्या में मरीज नहीं देखे जाने, डॉक्टर के समय से नहीं पहुंचने पर असंतोष व्यक्त करते हुए ओपीडी में मरीजों की देखने की संख्या बढ़ाने, समय से डॉक्टरों के बैठने, मरीजों को बाहर की दवा न लिखने के लिए निर्देशित किया।
ये लोग रहे मौजूद
बैठक में सीडीओ डॉ. राजेश प्रजापति, सीएमओ डॉ. आरपी मिश्रा, डीडीओ अजीत कुमार, पीडी कमलेश सोनी, एसीएमओ डॉ. फखरेयार हुसैन, डॉ. एके गुप्ता, डीआईओ डॉ. विनोद कुमार, डॉ. एके कुशवाहा, डॉ. एसबी सिंह, डीपीएम राकेश पांडेय, बीडीओ, एमओआईसी, विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
रुधौली बस्ती से अजय पांडे की रिपोर्ट
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