Breaking







Oct 14, 2022

पांच साल पहले हो चुके हैं रिटायर, फिर भी नहीं छोड़ा सरकारी आवास

बस्ती । सरकारी सेवा से रिटायर होने के पांच साल बाद भी जिला अस्पताल के सरकारी आवास पर चिकित्सक का कब्जा है। तीन डॉक्टर ट्रांसफर हो गए हैं तो एक पिछले एक साल से अपने कार्यस्थल पर नहीं आ रहे हैं, लेकिन आवासों पर कब्जा बरकरार है। अब नए आने वाले डॉक्टरों के समक्ष आवास का संकट है। जिला अस्पताल बस्ती के प्रमुख अधीक्षक ने डीएम से गुहार लगाया है कि अनधिकृत रूप से रह रहे चिकित्सकों का आवास खाली कराया जाए।   

        डीएम को भेजे पत्र में जिला अस्पताल के एसआईसी डॉ. आलोक वर्मा ने कहा कि जिला अस्पताल परिसर में पीडब्लूडी का सरकारी आवास है। पांच साल पहले सरकारी सेवा से रिटायर हो चुके डॉ. विनोद सचान रह रहे हैं। पिछले एक वर्ष से अपने ड्यूटी से गायब चल रहे डॉ. विवेक गौरव सचान का भी आवास पर कब्जा है। स्थानान्तरित हो चुके डॉ. पीके चौधरी, डॉ. प्रमोद कुमार चौधरी, डॉ. डीके गुप्ता रह रहे हैं और अपना आवास खाली नहीं किए हैं।

एसआईसी डॉ. वर्मा ने बताया कि इन चिकित्साधिकारियों ने अपना आवंटित आवास खाली नहीं किया है, जिससे चिकित्सालय में स्थानान्तरित होकर आने वाले डॉक्टरों के लिए आवास का आवंटन नहीं हो पा रहा है। आवास का आवंटन न होने के कारण चिकित्सकों से इमरजेंसी सेवा लेने में कठिनाई हो रही है। एसआईसी ने डीएम से गुहार लगाया है कि इन आवासों को खाली करावें, जिससे वह नए आने वाले चिकित्सकों को आवास आवंटित कराते हुए चिकित्सा सेवा को बेहतर बना सकें।     

          रुधौली बस्ती से अजय पांडे की रिपोर्ट

No comments: