पिछले सप्ताह बरसात के कारण सरयू नदी उफान पर है। नदी और तटबंध के बीच बसे एक दर्जन से अधिक गांव में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। जिले के दक्षिणी सीमा से होकर बहने वाली सरयू नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। अतिसंवेदनशील तटबंध कटरिया चांदपुर, गौरा-सैफाबाद तटबंध पर नदी का दबाव तेज बना हुआ है। हालांकि बाढ़ कार्य खंड ने नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण संवेदनशील स्थलों पर निगरानी बढ़ा दिया है। नदी का जल स्तर बढ़ने के कारण तटबंध और नदी के बीच किसानों की फसल पानी में डूबने लगी है। केंद्रीय जल आयोग अयोध्या के अनुसार नदी का जलस्तर एक सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है। रविवार दोपहर नदी का जलस्तर 92.930 मीटर पर पहुंच गया, जो खतरे के निशान 92.730 मीटर से 20 सेंटीमीटर ऊपर है। जल आयोग के अनुसार अभी नदी का जलस्तर और बढ़ने का अनुमान है।
नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण किशुनपुर मौजपुर रिंग बाद से पानी घुसना शुरू हो गया है। जिसके कारण किशुनपुर, मोजपुर, रेवटिया, उमरिया, कनघुसरा, सेमरा एहतमाली, नाउपुरवा आदि गांव में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। कटरिया-चांदपुर तटबंध के पास विशुनदासपुर कि दलित बस्ती, टेढ़वा, भूअरिया गांवों को भी बाढ़ के पानी ने घेरना शुरू कर दिया है। सुविखा बाबू गांव जाने वाला एकमात्र रास्ते पर बाढ़ का पानी आने के कारण लोगों को आने-जाने में परेशानी हो रही है। प्रशासन की तरफ से लोगों के लिए आने-जाने की सुविधा के लिए अभी कोई नाव नहीं लगाई गई है।
‘जल स्तर बढ़ने के कारण संवेदनशील स्थलों की निगरानी बढ़ा दी गई है। स्थिति नियंत्रण में है। रेन कट को जल्द ही भरवा दिया जाएगा।
रुधौली बस्ती से अजय पांडे की रिपोर्ट
No comments:
Post a Comment