Jun 4, 2025

कटरा बाजार नगर पंचायत में जमकर हो रहा भ्रष्टाचार,करोड़ों के घोटाले का गंभीर आरोप


कई वार्डों में बिना काम कराए ही करोड़ों रुपए का फर्जी भुगतान 

चेयरमैन पर निजी निर्माण कंपनी संचालित करने का आरोप।

नगर पंचायत के 15 में से 14 सभासदों ने चेयरमैन के खिलाफ खोला मोर्चा

गोण्डा- जिले की ऐतिहासिक नगर पंचायत कटरा बाजार इन दिनों भ्रष्टाचार, अनियमितताओं और मनमानी कार्यशैली के चलते सुर्खियों में है। नगर पंचायत में विकास कार्यों की आड़ में सरकारी धन के दुरुपयोग, योजनाओं की धज्जियां उड़ाने और अंत्येष्टि स्थल जैसी संवेदनशील योजनाओं की धनराशि को भी हजम कर जाने का गंभीर मामला सामने आया है। बता दें कि एक तरफ सूबे की योगी सरकार भ्रष्टाचार को लेकर जीरो टॉलरेंस का दावा करते नहीं थक रही है वहीं ठीक उसके विपरीत कटरा बाजार नगर पंचायत में तो भ्रष्टाचार की गंगा बह रही है और जिम्मेदार आला अधिकारियों ने आंखें बंद कर रखी हैं। यही वजह है कि यहां विकास के नाम पर सरकारी धन को खुलेआम लूटा जा रहा है। सभासदों की मानें तो यहां बिना काम कराए ही करोड़ों रुपए का फर्जी तरीके से भुगतान करा लिया गया। सच तो यह है कि समाजवादी पार्टी की चेयरमैन के राजनीतिक रसूख और पहुंच के आगे सिस्टम लाचार साबित हो रहा है। नगर पंचायत कटरा बाजार की अध्यक्ष समाजवादी पार्टी के नेता पूर्व चेयरमैन मुजीबुल हसन सुबराती की बेटी शमा परवीन हैं, जबकि यहां के विधायक भाजपा के बावन सिंह हैं। अमूमन जहां भी सत्ता के विपरीत जनप्रतिनिधि हैं, वहां उन्हें काम करने में तमाम तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है,लेकिन कटरा नगर पंचायत की स्थिति सबसे अलग है। यहां भले ही सपा की अध्यक्ष हैं, लेकिन उनके सामने किसी भी तरह की दिक्कत नहीं है। हकीकत यह है कि सत्तापक्ष की छांव तले ही कटरा नगर पंचायत क्षेत्र में भ्रष्टाचार फल फूल रहा है। वार्ड नंबर एक अवस्थी पुरवा में रामदेव की ढाबली से सदन निषाद के घर तक मिट्टी पटाई रिटर्निंगवाल व 80 एमएम रबर मोल्डेड इंटरलॉकिंग एक साइड कवर्ड नाली एवं आरसीसी पत्थर ढलाई का कार्य दिखाकर 850346.00 रुपए के गबन का आरोप है। इसी वार्ड में बढ़इन पुरवा में गोपी किशन उर्फ सुरफुर के मकान से पचई के मकान व बाबादीन यादव के मकान से श्रीराम के मकान तथा राधे कृष्ण के मकान से होते हुए शोभाराम के मकान तक रिटनिंगवाल व 80 एमएम रबर मोल्डेड इंटरलॉकिंग एवं एक साइड कवर्ड नाली व आरसीसी पत्थर ढलाई का कार्य दिखाया गया। आरोप है कि बिना काम कराए ही 964884.00 रूपए का भुगतान प्राप्त कर लिया गया। इसी तरह वार्ड संख्या चार चचेरा (काली बगिया) में करिया शुक्ला के मकान से लल्ला के मकान से होते हुए डामर मार्ग तक रिटर्निगवाल 80 एमएम रबर मोल्डेड इंटरलॉकिंग व एक साइड कवर्ड नाली एवं आरसीसी पत्थर ढलाई कार्य के नाम पर 482281.00 रुपए वार्ड नंबर 2 पाठक पुरवा में राहुल के घर के सामने कुआं का उच्चीकरण तथा जाली लगाने के नाम पर 11595.00 रूपए, वार्ड नंबर 4 मोहल्ला नाई टोला में वसीम व मोहम्मद उमर के घर के पास तथा पलहू के घर से विष्णु के घर तक व बानों के घर से नूरूज्जमा के घर तक क्रास ड्रेन के निर्माण कार्य पर 97056.00 रुपए, इसी वार्ड में गुलाम अली के मकान से बेचन के मकान तक रबर मोल्डेड इंटरलॉकिंग सड़क का पुनः निर्माण एवं नाली उच्चीकरण व आरसीसी पत्थर ढलाई के निर्माण कार्य पर 430271.00 रुपए तथा वार्ड नंबर 4 मोहल्ला नाई टोला में ही गुल्ले व विजय के मकान से शिव कुमार के प्लाट तक रबर मोल्डेड इंटरलॉकिंग सड़क का पुनः निर्माण एवं नाली उच्चीकरण व आरसीसी पत्थर ढलाई के निर्माण कार्य पर 687251.00 रुपए का भुगतान करा लिया गया। इसी वार्ड में हरिओम के प्लाट से अहले हदीस मस्जिद तक पटरी पर रबर मोल्डेड इंटरलॉकिंग के निर्माण कार्य पर 379813.00 रुपए, नाई टोला में ही सलीम शेख के मकान से गुरूबचन के मकान तक रबर मोल्डेड इंटरलॉकिंग व कवर्ड नाली का पुनः निर्माण व आरसीसी पत्थर ढलाई के निर्माण कार्य पर 256545.00 रुपए निकाल लिए गए। इतना ही नहीं, वार्ड नंबर 7 में इंटरलॉकिंग सड़क श्मशान घाट तक जानी थी, लेकिन नगर पंचायत अध्यक्ष ने उसे श्मशान के बजाय दूसरी तरफ लगवा दिया, जिससे शवों का अंतिम संस्कार करने आने वाले लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

संपूर्ण प्रकरण की कराई जाय उच्चस्तरीय जांच: उग्रसेन तिवारी

वार्ड संख्या 7 के सभासद प्रतिनिधि उग्रसेन तिवारी का आरोप है कि नगर पंचायत क्षेत्र में जितने भी इंडिया मार्का हैंडपंप लगे हैं, उनमें से 80 फीसदी खराब हैं। ऐसे में नगर पंचायत क्षेत्र के लोगों को इस भीषण गर्मी में पानी के लिए काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि सड़क, नाली समेत अन्य विकास कार्यों के नाम पर सरकारी धन का जमकर बंदरबांट किया गया है, जिसकी उच्चस्तरीय निष्पक्ष जांच कराई जानी चाहिए। उनका आरोप है कि बिना काम कराए ही करोड़ों रुपए का घोटाला किया गया है। जमीनी हकीकत यह है कि जहां-जहां नाली निर्माण दिखाया गया है,वहां आज तक नाली बनी ही नहीं है। आरसीसी और इंटरलॉकिंग कार्य विकास के दावे की पोल खोल रहे हैं।

चेयरमैन पर निजी निर्माण कंपनी संचालित करने का आरोप

नगर पंचायत की चेयरमैन पर खुद की कंस्ट्रक्शन कंपनी के माध्यम से ठेकेदारों की जगह सीधे काम कराए जाने का आरोप भी लगाया गया है। सभासदों का कहना है कि इससे पारदर्शिता और निष्पक्षता की भावना समाप्त हो गई है और चेयरमैन अपने पद का दुरुपयोग कर रही हैं।

टेंडर प्रक्रिया में भी भारी घपले का आरोप

सभासदों ने आरोप लगाया कि टेंडर प्रक्रिया में भारी अनियमितताएं की गई हैं। कार्यों के टेंडर मनमाने तरीके से पास कराए गए और ठेकेदारों की बजाय चेयरमैन प्रतिनिधि द्वारा कार्य सीधे अपने प्रभाव में करवाए गए। इससे न केवल पारदर्शिता पर सवाल उठता है,बल्कि नियमानुसार कार्य प्रणाली की पूरी तरह अनदेखी की गई है।
इस संबंध में जब जानकारी करने के लिए उपजिलाधिकारी कर्नलगंज से संपर्क करने का प्रयास किया गया तो उनका फोन नेटवर्क क्षेत्र से बाहर था।

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