Jan 20, 2025

पारले कंपनी द्वारा बसंत कालीन बुवाई के लिए वृहद किसान गोष्ठियों के माध्यम से ग्राम स्तर पर किसानों को किया जा रहा जागरूक

  खैरा बाजार में 140 किसानों द्वारा गोष्ठी में हिस्सा लिया गया ! कम से कम 500 कुंतल प्रति एकड़ गन्ना उत्पादन किसान जरूर ले

 पारले कंपनी द्वारा लगातार किसानों को वैज्ञानिक खेती के बारे में लगातार जागरूक किया जा रहा है ।

फखरपुर बहराइच,,/आज गोष्ठी का आयोजन खैरा बाजार में किया गया ! गोष्ठी का संचालन अखंड सिंह ने किया ! गोष्ठी को संबोधित करते हुए पारले के एसोसिएट मुख्य गन्ना प्रबंधक संजीव राठी ने कहा कि किसानों  को  अभी से बसंत कालीन  गन्ना  बुवाई के लिए तैयारी कर ले ! स्वीकृत प्रजातियों जैसे 15023,14201,0118 का शुद्ध एवं स्वस्थ बीज प्रबंध कर ले ! खेत की तैयारी अच्छी प्रकार से कर ले ! ट्राइकोडर्मा का प्रयोग जैविक खाद के साथ मिलाकर करे ! ट्रेंच द्वारा 4 फ़ीट की दुरी पर ही गन्ना बोये ! 2 आँख का टुकड़ा ही बुवाई में प्रयोग करे ! बीज ताजा हो ! पत्ती सहित ही बीज ले और जिस खेत में में बुवाई करना है, वहीं पर बीज तैयार करे तभी बोये ! बुवाई से पूर्व नाली में खाद  - उर्वरक का प्रयोग करें ! प्रति एकड़ बुवाई में 10 किलो गन्ना स्पेशल, 2 बैग पारले आर्गेनिक पोटाश, 25 किलो यूरिया, 50  किलो डी0 ए0 पी0 प्रयोग करे ! वैज्ञानिक खेती अपनाएं ! प्रति एकड़ 500 कुंतल उपज पाए ! बीज शोधन में फफूंद नाशक, कीटनाशक, यूरिया का प्रयोग करे ! इससे जमाव अच्छा होगा ! भूमि शोधन एवं बीज शोधन ही अच्छे उत्पादन का मुख्य आधार है ! किसानों को अपनी मिट्टी जांच तीन वर्ष में एक बार जरूर कराये ! कंपनी निशुल्क मिट्टी जांच अपनी लैब में कर रही है ! मिट्टी में ऑर्गेनिक कार्बन काफी कम है ! इसलिए किसान जैविक खाद एवं बायो फ़र्टिलाइज़र का बुवाई के समय एवं टॉप ड्रेसिंग में अधिक से अधिक प्रयोग करे ! पारले कंपनी सभी प्रकार के बायो एवं जैविक खादों पर भारी छूट दे रही है ! रासायनिक उर्वरक कम करें ! इससे मिट्टी दिन प्रतिदिन ख़राब हो रही है ! जलप्लावित क्षेत्रों के लिए 94184, 98014,15466 प्रजातियाँ ही लगाए ! मशीनीकरण को बढ़ावा दे ! पारले अपने किसानों को कृषि यंत्र अनुदान पर दे रही है ! गन्ना क्षेत्रफल और उत्पादन दोनों ही बढाए ! चीनी मिल इस समय अपना पेराई कार्य सुचारू रूप से कर रही है और किसानों का गन्ना मूल्य भुगतान भी समय से कर रही है ! किसान अपना गन्ना अपने नाम पर ही आपूर्ति करे ! साफ़ एवं ताजा गन्ना ही भेजे ! पर्ची सन्देश मिलने के बाद ही गन्ना काटे ! निर्धारित हाडा वजन के अनुसार ही गन्ना लेकर आये ! पौधे गन्ने की कटाई माह फरवरी से पहले ना करे ! पेड़ी प्रबंधन जरूर करे ! इस अवसर पर प्रगतिशील किसान एवं पारले के अन्य अधिकारी गण दिनेश, नीरज वर्मा, मैन कुमार उपस्थित रहे ।

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