कर्मचारियों के लिए यह करो या मरो की स्थिति है। आवाहन किया कि 21 मार्च को दिन में 11.30 बजे से शिव हर्ष किसान पीजी कालेज के मैदान में राज्य कर्मचारी, विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी, कर्मचारी एकत्र हों। यहां से विशाल रैली निकालकर मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन डीएम को सौंपा जाएगा। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के जिला मंत्री तौलू प्रसाद, विकास भवन कर्मचारी संघ के महामंत्री ओम प्रकाश, वरिष्ठ उपाध्यक्ष दीपमणि शुक्ल, ग्राम्य विकास मीनिस्ट्रीयल अध्यक्ष मुकेश सोनकर और मंत्री सुजीत कुमार आदि ने कहा कि सरकार जान बूझकर कर्मचारी हितों की अनदेखी कर रही है।
लम्बे समय से पुरानी पेंशन बहाल किए जाने की मांग चल रही है। अनेक राज्य सरकारोें ने पुरानी पेंशन को बहाल कर दिया, किन्तु उत्तर प्रदेश की सरकार इस दिशा में गंभीर नहीं है। कहा कि जब तक पुरानी पेंशन बहाल नहीं हो जाती आन्दोलन जारी रखेंगे। साल 2023 हक के लिए आन्दोलन का वर्ष है।
इस दौरान देवेन्द्र सिंह, गोवर्धन उपाध्याय, घनश्याम, विमलचन्द मिश्र, रीना चौधरी, सुरेन्द्र बहादुर पाल, अमृतनाथ उपाध्याय, किरन देवी, कुसुम, प्रमिला, ईश्वर चन्द वर्मा, कृष्णमणि विश्वकर्मा, शिव कुमार, अखिलेश पाण्डेय, बृजेश सिंह, नीरज, राम कृपाल, मनोज कुमार, संजय श्रीवास्तव और ओम प्रकाश उपाध्याय आदि मौजूद रहे।
रुधौली बस्ती से अजय पांडेय की रिपोर्ट
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