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Feb 17, 2023

स्वामी प्रसाद मौर्य का विरोध करना पड़ा मंहगा, सपा ने छात्रसंघ पूर्व अध्यक्ष ऋचा सिंह और प्रवक्ता रोली मिश्रा को दिखाया बाहर का रास्ता।

 बसपा से वाया भाजपा मौजूदा समय समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरित मानस पर अशोभनीय टिप्पणी की थी। इस पर उनकी ही पार्टी की दो महिला नेत्री उनके खिलाफ मोर्चा संभाला रखा था। उन दोनो ने स्वामी प्रसाद के बयान पर कई प्रश्न खड़े किए थे। दोनों महिला नेताओं ने रामचरितमानस पर अशोभनीय बयान देने का विरोध किया था। गुरुवार को समाजवादी पार्टी ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया। लिखा, "रोली तिवारी मिश्रा और ऋचा सिंह को तत्काल प्रभाव से समाजवादी पार्टी से निष्कासित किया जाता है। समाजवादी पार्टी की नेता एवं वरिष्ठ सैन्य अधिकारी की पत्नी डॉ रोली तिवारी मिश्रा का भी बयान सामने आया है। रोली तिवारी मिश्रा ने स्वामी प्रसाद मौर्य का नाम लिए बिना कहा था, " सनातन द्रोहियों ने महंत राजू दास पर हमला किया गया है।" इसके बाद ट्वीट कर लिखा, "कल श्रीहनुमान गढ़ी मंदिर महंत श्री राजू दासजी महाराज ने मुझे श्रीरामचरितमानस सम्मान यात्रा के लिए आशीर्वाद दिया। आज लखनऊ के ताज होटल में सनातन द्रोहियों ने उन पर हमला कर दिया। "

रोली ने कहा था- स्वामी प्रसाद मौर्य बसपा के एजेंट हैं सपा नेता रोली तिवारी मिश्रा ने 26 जनवरी एक बयान दिया था। कहा था,"स्वामी बसपा के अंडर कवर एजेंट हैं। वे 2024 से पहले पार्टी भी छोड़ सकते हैं। मैं तो एक लीडर हूं, लेकिन स्वामी प्रसाद मौर्य डीलर हैं। मुझे तो लगता है कि मौर्य सपा को और ज्यादा नुकसान पहुंचाएंगे। कोई कैसे भगवान राम और रामचरित मानस का अपमान बर्दाश्त कर सकता है।"
रोली तिवारी ने अपने ट्विटर पर स्वामी प्रसाद मौर्य का वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा था, "स्वामी प्रसाद का कहना है कि समाजवादी पार्टी की सरकार बनी तो श्रीरामचरितमानस की चौपाइयों को प्रतिबंधित करवाएंगे। 2012 में रोटी कपड़ा सस्ती हो दवा पढ़ाई मुफ्त हो। इस नारे के साथ अखिलेश यादव यूपी के मुख्यमंत्री बने थे। क्या 'मानस का मुद्दा' लेकर सपा पुनः सरकार बना पाएगी?"
 समाजवादी पार्टी में 2017 से जुड़ने से अपने जुझारू तेवर के लिए जानी जाने वाली डा सिंह इलाहाबाद विश्वविद्यालय का छात्रसंघ अध्यक्ष का चुनाव जीत कर चर्चा में आ गयी थी 

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