पीडब्लूडी द्वारा कटान विस्थापितों को बांध से उजाड़ने की दी गई धमकी
बहराइच- घाघरा की कटान से घर बार गंवाकर बेलहा-बेहरौली तटबंध पर झोपड़िया रखकर गुजर बसर कर रहे कटान विस्थापितों को लोक निर्माण विभाग द्वारा झोपड़ियों पर बुलडोजर चलवाने की धमकी दी गई। जिससे कटान पीड़ित हजारों परिवार दहशतजदा है। कटान पीड़ितों ने शनिवार को कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर मुख्य राजस्व अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर विस्थापितों को न उड़ाजने की मांग की।
गौरतलब हो कि बीते तीन दशक से घाघरा के कटान में हजारों परिवार विस्थापित हो चुके है। जहां फत्तेपुरवा से लेकर बौण्डी तक हजारों परिवार तटबंध पर ही अपनी झोपड़िया रखकर गुजर बसर कर रहे है। मामला तहसील महसी के ग्राम पंचायत मुरौव्वा का है। जहां वर्ष 2004-05 में घाघरा की कटान में घर जमीन गंवा चुके सैकड़ों परिवार बेलहा-बेहरौली तटबंध पर फत्तेपुरवा व किसानगंज के बीच तटबंध पर अपनी झोपड़िया रखकर गुजर बसर कर रहे है। न तो इनके पास जमीन बची है और न ही घर बनाने की जगह। जिसके चलते बीते कई वर्षों से आज तक सभी परिवार तटबंध पर ही गुजर बसर करने को विवश है। बीते एक सप्ताह पूर्व लोक निर्माण विभाग के कुछ अधिकारी, कर्मचारी मौके पर पहुंचे और कटान विस्थापितों को धमकी दी कि अपनी झोपड़िया बांध से हटा लो नही ंतो बुलडोजर से जमीदोज कर दिया जायेगा। जिसके बाद सभी कटान पीड़ित दहशत में आ गए और शनिवार को कलेक्ट्रेट पहुंचकर प्रदर्शन कर मुख्य राजस्व अधिकारी अवधेश कुमार मिश्रा को ज्ञापन सौंपा। कटान विस्थापितों की मांग है कि उन्हें बांध से न उजाड़ा जाये अन्यथा उन्हें ग्राम मुरौव्वा व करेहना में ग्राम समाज की जमीन पर पट्टा देकर बसाया जाये व उन्हें आवास दिया जाये। नही तो उनका परिवार बेघर हो जायेगा। प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपने वालों में तुलसीराम, शिव गोविन्द सिंह, कन्हैयालाल, कुंवारे, बाबूलाल, सिद्धू, ननकू, ननकुन, कैलाश, ज्ञानी, राकेश, ढोढे, खेलावन, सियाराम, बरसातीलाल, राकेश सिंह, विपिन, चम्पा देवी, दिनेश सिंह, श्यामू, उत्तम सिंह, ननके, शत्रोहन, दिनेश, मनोहर सहित सैकड़ों कटान विस्थापित शामिल रहे। मामले में सीआरओ अवधेश कुमार मिश्र ने एसडीएम महसी को निर्देशित किया कि इन कटान विस्थापितों को पट्टा देकर बसाया जाये। जबकि पीडब्लूडी के अधि.अभियन्ता अमर सिंह ने बताया कि बांध का चौड़ीकरण हमारे द्वारा नहीं किया जा रहा है हो सकता है जो पेन्टेड रोड बनी है उसी को दुरूस्त किया जा रहा हो। फिलहाल सम्बन्धित जेई से पूरी जानकारी लेकर अवगत कराया जायेगा। मामले में जब एसडीएम महसी रामदास से बात की गई तो उन्होंने बताया कि बाध को पीडब्लूडी द्वारा सड़क बनाकर मजबूत किया जा रहा है। ऐसे में बांध पर झोपड़ी बनाना अवैध है। यदि कोई कटान पीड़ित भूमिहीन है तो उसे जो जमीन खाली पड़ी है उस पर पट्टा दिया जायेगा। कटान पीड़ित मुझसे सम्पर्क कर सकते है।
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