गोरखपुर पुलिस ने एक कार चोर गैंग का खुलासा किया है जिसका नेटवर्क असोम से लेकर नागालैंड और म्यांमार तक फैला हुआ है। गैंग के एक सदस्य खलीलुर्रहमान को सबक सिखाते हुए गोरखपुर पुलिस ने उसकी पत्नी की कार जब्त कर ली। गैंगस्टर एक्ट के तहत यह कार्रवाई की है। पुलिस खुलासे के मुताबिक यह गिरोह गोरखपुर जैसे शहरों से गाड़ियों की चोरी कर पहले नागालैंड फिर म्यांमार पहुंचा देता था।
कारों को म्यांमार पहुंचाने का काम नागालैंड का शब्बीर उर्फ डेविड करता था। गोरखपुर की कैंट पुलिस ने इस गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया था। उनके पास से नंदानगर इलाके से चोरी हुई डॉ. प्रवीण की क्रेटा कार और 2.8 किलोग्राम चरस बरामद किया था। पुलिस की जांच में पता चला था कि चोर चालक की तरफ के फाटक का शीशा तोड़कर एक साफ्टवेयर के जरिए कार को स्टार्ट कर लेकर चले जाते थे। पकड़े गए दोनों आरोपितों की पहचान असम के बोगांईगांव जिले के कोकिला मौलवीपारा निवासी खलीलुर्रहमान और बेतिया के रमौली निवासी शेख मुबारक के रूप में हुई थी। 30 अप्रैल को कैंट पुलिस ने इनके खिलाफ गैगेस्टर की कार्रवाई की थी। एसएचओ कैण्ट शशिभूषण राय ने बताया कि खलीलुर्रहमान की पत्नी रोजीना बेगम के
नाम से एक क्वीड कार को कुर्क ली गई है।
17 जनवरी की रात को नंदानगर सीसीटीवी फुटेज में दो युवक कार चोरी करते दिखे। पुलिस जांच में पता चला कि कार को नगालैंड भेजा गया था। पूछताछ में खलीलुर्रहमान ने बताया कि वह असम में एक गैरेज में काम करता था। वहीं दूसरा साथी शेख मुबारक दर्जी था, जिसके बाद दोनों में दोस्ती हो गई थी। वर्ष 2019 में खलीलुर्रहमान कार चोरी में असम में जेल गया था तो उसकी मुलाकात दीमापुर निवासी वाहन चोरी गैंग के सरगना शब्बीर उर्फ डेविड से हुई।
शब्बीर उर्फ डेविड ने वाहन चोरी की दिलवाई ट्रेनिंग
पुलिस के अनुसार शब्बीर ने मणिपुर ले जाकर हुंडई की गाड़ियों को चोरी करने की ट्रेनिंग दी और साफ्टवेयर उपलब्ध कराया। खलीलुर्रहमान ने शेख मुबारक उर्फ मुन्ना से गाड़ी चोरी करने की बात बताई तो उसने कहा कि वह अक्सर गोरखपुर आता जाता है। गोरखपुर में क्रेटा की गाड़ियां ज्यादा हैं इसके बाद वे क्विड कार से गोरखपुर आते थे। गोरखपुर आने से पहले वे नंबर बदल देते थे। फिर साफ्टवेयर के जरिए कार को स्टार्ट कर चोरी करते थे।
रुधौली बस्ती से अजय पांडे की रिपोर्ट
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