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Sep 27, 2022

औरैया में शिक्षक की पिटाई से मरने वाले छात्र का अंतिम संस्‍कार, अफसरों के आश्‍वासन पर माना परिवार

यूपी के औरैया में शिक्षक की पिटाई से मरने वाले छात्र का अंतिम संस्‍कार शाम को किया गया। अफसरों के काफी समझाने-बुझाने और आरोपी शि‍क्षक के खिलाफ सख्‍त से सख्‍त कार्रवाई सुनिश्चित कराने के आश्‍वासन पर परिवार इसके लिए राजी हुआ। उधर, छात्र की मौत को लेकर प्रदेश में सियासत भी तेज हो गई है। समाजवादी पार्टी के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष अखिलेश यादव, बसपा सुप्रीमो मायावती और भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर सहित कई नेताओं ने इसे अत्‍यंत दुर्भाग्‍यपूर्ण घटना बताते हुए प्रशासन से सख्‍त से सख्‍त कार्रवाई की मांग की है।

सपा अध्‍यक्ष अखिलेश यादव ने एक ट्वीट में लिखा कि औरैया में एक छात्र की शिक्षक द्वारा पीटे जाने से हुई मृत्यु का समाचार दुखद ही नहीं, बेहद संवेदनशील है। सरकार यथोचित कार्रवाई करे और पीड़ित परिवार को मुआवज़ा भी दे। शिक्षा जीवन देती है, लेती नहीं। वहीं बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी एक ट्वीट करके सरकार पर हमला बोला।    

          उन्‍होंने लिखा- 'औरैया में शिक्षक की पिटाई से दलित छात्र की मौत पर सरकारी उदासीनता व लापरवाही का मामला काफी तूल पकड़ता जा रहा है। इंसाफ व उचित कार्रवाई के अभाव में लोग काफी आक्रोशित हैं। सरकार ऐसे संगीन मामलों को रफादफा करने के बजाय तुरन्त प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित करे, बीएसपी की यह मांग।' उन्‍होंने इसके साथ यूपी में दलितों, गरीबों, मजलूमों और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा का मुद्दा उठाया। उन्‍होंने लिखा- 'यूपी में दलितों, गरीबों, मजलूमों व अल्पसंख्यकों आदि के साथ-साथ महिलाओं की असुरक्षा का मामला भी काफी चर्चाओं में है। महिला पुलिसकर्मियों के विरुद्ध थाना में शोषण व अन्याय की खबरें भी लगातार सुर्खियों में हैं, जो सरकार के कानून-व्यवस्था के दावे को गलत साबित करती हैं।   

सोमवार की रात भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं के गांव में पहुंचने के बाद पथराव और पुलिस जीप में आगजनी के दौरान कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया था।  पीड़ित परिवार ने उन लोगों को तत्‍काल छोड़े जाने की मांग को लेकर आज अंतिम संस्‍कार के लिए छात्र का शव नहीं उठने दिया। काफी समझाने-बुझाने के बाद परिवार अंतिम संस्‍कार के लिए राजी हुआ। इस बीच भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर ने एक ट्वीट में आरोप लगाया कि पुलिस परिवार की इच्‍छा के खिलाफ जबरन अंतिम संस्‍कार करवाना चाहती है। उन्‍होंने कहा कि इस तानाशाही के खिलाफ हम डटकर खड़े हैं।   

चंद्रशेखर ने लिखा- 'औरैया मे एक स्कूली छात्र की टीचर द्वारा निर्मम पिटाई से मौत हो जाती है और पुलिस परिवार की इच्छा के विरुद्ध जबरन अंतिम संस्कार करवाना चाहती है। परिवार की मांगो के समर्थन मे मौजूद @ASP4UP के कार्यकर्त्ताओ पर लाठीचार्ज के बाद गिरफ्तारी गलत है। इस तानाशाही के खिलाफ हम डटकर खड़े हैं।' 
औरैया के अछल्दा क्षेत्र के बसोली गांव निवासी राजू सिंह का 15 साल का बेटा निखिल आदर्श इंटर कॉलेज में कक्षा 10 का छात्र था। सात सितंबर को सामाजिक विज्ञान के शिक्षक अश्वनी सिंह ने उसका एक टेस्ट लिया था, लेकिन उसके उत्तर में कई गलतियां थीं। इस पर शिक्षक अश्वनी सिंह का पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया। उन्होंने लात घुसों से निखिल की पिटाई की जिससे वह क्लास में बेहोश हो गया।   

इस घटना से कॉलेज में अफरा-तफरी मच गई और आनन-फानन में उसके परिजनों को सूचना दी गई। सूचना पर पहुंचे परिजन उसे इलाज के लिए अस्पताल ले गए। वहां से छात्र को सैफई मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। जहां पर निखिल का इलाज चल रहा था। इलाज के दौरान सोमवार भोर उसकी मौत हो गई। शिक्षक के खिलाफ पहले से दर्ज मामले में गैर इरादतन हत्या की धारा बढ़ा दी गई और गिरफ्तारी के लिए टीमें बनाई गईं। उधर, विभाग ने शिक्षक को निलंबित कर दिया है।

छात्र की मौत से आक्रोशित भीम आर्मी के लोग शाम को कॉलेज के पास जमा हो गए। भीड़ बढ़ने पर एएसपी, सीओ और एसडीएम कई थानों की फोर्स के साथ पहुंचे और लोगों को हटाने की कोशिश की तो कुछ ने पथराव शुरू कर दिया। फोर्स में भगदड़ मच गई, अफसर और पुलिस वालों को भागना पड़ा। एसडीएम बिधूना लवगीत कौर के साथ भी उपद्रवियों ने धक्का-मुक्की की। उपद्रवियों ने पुलिस जीप में आग लगा दी।   

       रुधौली बस्ती से अजय पांडे की रिपोर्ट

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