असल में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर जिले के ग्राम पंचायतों के शहरीकरण की रफ्तार बढ़ाने में जुटे हैं। मेट्रोपॉलिटन सिटी में गोरक्षनगरी के शामिल होने के बाद एक ओर गोरखपुर विकास प्राधिकरण का दायरा बढ़ाने की तैयारी है। वहीं, गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण का दायरा भी निरंतर बढ़ रहा है। इस सब कोशिशों के पीछे जिले में सड़क, बिजली, पानी, नाली, पथ प्रकाश समेत अन्य बुनियादी सुविधाओं के लिए केंद्र से अधिकाधिक राजस्व हासिल करने की कवायद भी है।
वर्तमान में नगर निगम क्षेत्र का दायरा 249 वर्ग किमी है। 100 से अधिक ग्राम पंचायतों के शामिल होने के बाद नगर निगम का क्षेत्रफल भी बढ़कर 650 वर्ग किमी हो जाएगा। फिलहाल दिसंबर में नगर निगम का चुनाव प्रस्तावित है। जीडीए का दायरा भी बढ़ाने के निर्देश पिछले दिनों गोरखपुर दौरे पर आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर विकास प्राधिकरण का दायरा और बढ़ाए जाने का निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री योगी की मंशा नगर निगम का दायरा बढ़ाने की है। निगम का दायरा बढ़ेगा तो नागरिक सुविधाओं में इजाफा होगा। गोरखपुर महानगर को मेट्रोपालिटन सिटी घोषित किया जा चुका है, इसलिए भी ऐसा करना जरूरी है ताकि नगर निगम की भी आय भी बढ़े। नगर निगम आत्मनिर्भर बनेगा तो नागरिकों को ज्यादा सुविधाएं दे पाएंगे।'
रुधौली बस्ती से अजय पांडे की रिपोर्ट
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