गोण्डा - जिलाधिकारी डा0 नितिन बंसल नेे सभी विभागाध्यक्षों को उनके विभागों से सम्बन्धित शिकायतों का निर्धारित समयावधि में निस्तारण करने के सख्त निर्देश दिए हैं।
बताते चलें कि शासन द्वारा मासान्त जुलाई 2020 की स्थिति के आधार पर जनशिकायतों के निस्तारण के सम्बन्ध में जारी की गई रैकिंग में जनपद गोण्डा को प्रदेश में छठवां स्थान प्राप्त हुआ है। प्राप्त रैकिंग के विश्लेषण में यह पाया गया कि मुख्यमंत्री हेल्पलाइन (आई0जी0आर0एस) पोर्टल से विभिन्न अधिकारियों को सीधे भेजी गयी जनशिकायतों का समयबद्ध रूप से निस्तारण नहीं किया गया जिसके फलस्वरूप जनपद की रैंकिंग प्रभावित हुई है।
उन्होंने विभागाध्यक्षों को पत्र निर्गत कर सख्त चेतावनी देते हुए कहा है कि कुल 119 आनलाइन संदर्भ तथा 45 मुख्यमंत्री हेल्पलाइन संदर्भ जो एल-1 अधिकारियों को भेजे गए थे , उनका ससमय निस्तारण न होने से डिफाल्टर श्रेणी में आ गए, जबकि इन संदर्भो का निस्तारण सम्बन्धित अधिकारियों द्वारा नियत समय में किया जाना था। जबकि पिछले माह में, उनके स्तर से समस्त सम्बन्धित अधिकारियों को बारम्बार इस आशय के निर्देश दिए गए थे कि स्वयं व अपने अधीनस्थ अधिकारियों के स्तर पर लम्बित जनशिकायतों के निस्तारण की समीक्षा कर लें तथा डिफाल्टर श्रेणी में आने वाले शत-प्रतिशत संदर्भो का निस्तारण प्रत्येक दशा में करा लिया जाए। परन्तु सख्त निर्देशों के बावजूद कई अधिकारियों द्वारा रूचि न लिए जाने के कारण जनपद की रैकिंग प्रभावित हुई है।
जिलाधिकरी ने समस्त जनपद स्तरीय अधिकारियों ,कार्यालयाध्यक्षों को पुनः आदेशित किया है कि अधीनस्थ अधिकारियों को प्राप्त समस्त जनशिकायतों का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण ससमय सुनिश्चित कराते हुए निस्तारण आख्या पोर्टल पर तत्काल अपलोड करायें। माह अगस्त की रैंकिंग में यदि अधिकारियों की लापरवाही से स्थिति की पुनरावृत्ति पाई जाती है तो दोषी अधिकारी का दायित्व निर्धारित करते हुए दण्डात्मक कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने सभी विभागाध्यक्षों को निर्देश दिए हैं कि एक सप्ताह के भीतर लम्बित शिकायतों का निस्तारण सुनिश्चित कराया जाय अन्यथा की दशा में जिम्मेदार अधिकारी के विरूद्ध कार्यवाही की जाएगी।
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