सांकेतिक भाषा की कार्यशाला के सकुशल संपन्न होने पर पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल द्वारा जनपदीय मूक एवं बधिर कल्याण संघ (DDDWA) पदाधिकारियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया
गोण्डा - पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल के निर्देशन में “यातायात माह-2025” के अंतर्गत जनपद गोण्डा में सड़क सुरक्षा के प्रति जन-जागरुकता बढ़ाने तथा दिव्यांगजनों के प्रति संवेदनशीलता विकसित करने के उद्देश्य से एक विशेष प्रशिक्षण एवं जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उक्त कार्यक्रम के अंतर्गत जनपदीय मूक एवं बधिर कल्याण संघ (DDDWA) के पदाधिकारियों 1.वसीम खान- अध्यक्ष, 2.अल्तमश रैनी- कोषाध्यक्ष, 3.राहुल देव त्रिपाठी- महासचिव व 4.सद्दाम खान- सदस्य द्वारा पूर्ण मनोयोग, निष्ठा एवं अथक परिश्रम के साथ मूक एवं बधिर चालकों/नागरिकों के लिए ‘कान के प्रतीक चिन्ह योजनाʼ से संबंधित प्रशिक्षण प्रदान किया गया। इसके साथ-साथ जनपद गोण्डा पुलिस कर्मियों हेतु सांकेतिक भाषा (Sign Language) की कार्यशाला आयोजित की गई, जिससे पुलिस कर्मियों को मूक-बधिर व्यक्तियों से संवाद स्थापित करने में व्यावहारिक दक्षता प्राप्त हुई। कार्यशाला के दौरान सड़क सुरक्षा, यातायात नियमों की जानकारी, दिव्यांगजनों के अधिकार, आपात परिस्थितियों में संवाद की प्रक्रिया तथा मानवीय दृष्टिकोण से पुलिसिंग के विषयों पर विस्तार से प्रशिक्षण दिया गया । इस प्रशिक्षण से पुलिस कर्मियों की सांकेतिक भाषा की समझ में वृद्धि हुई, जिससे भविष्य में मूक-बधिर नागरिकों के साथ व्यवहार और संवाद अधिक प्रभावी एवं संवेदनशील हो सकेगा । पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल द्वारा जनपदीय मूक एवं बधिर कल्याण संघ (DDDWA) के पदाधिकारियों के इस सराहनीय योगदान की अत्यंत प्रशंसा करते हुए उन्हें प्रशस्ति-पत्र प्रदान किया गया। साथ ही उनके सहयोग हेतु आभार व्यक्त किया गया तथा भविष्य में भी इसी प्रकार जनहित एवं सामाजिक सरोकार से जुड़े कार्यक्रमों में सहयोग की अपेक्षा व्यक्त की गई।
जनपद गोण्डा पुलिस द्वारा यह पहल सड़क सुरक्षा के साथ-साथ समावेशी एवं संवेदनशील पुलिसिंग की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो समाज के प्रत्येक वर्ग के साथ विश्वास और सहयोग को और अधिक सुदृढ़ करेगी।
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