गोंडा, 24 जून
गांवों की समस्याएं अब फाइलों में नहीं, फील्ड में हल हो रही हैं। मंगलवार को हुए ग्राम चौपाल 3.0 कार्यक्रम के तहत जिलाधिकारी श्रीमती नेहा शर्मा ने खुद गांव-गांव जाकर न सिर्फ ग्रामीणों की शिकायतें सुनीं, बल्कि अधिकारियों को साथ लेकर मौके पर ही समाधान सुनिश्चित किया। यह पहल एक परंपरा नहीं, बल्कि प्रशासनिक सोच में बदलाव की दिशा में एक ठोस कदम है।
ग्राम चौपाल 3.0 की शुरुआत पूर्व समीक्षा और रणनीतिक योजना के साथ हुई है। जिलाधिकारी के निर्देश पर आईजीआरएस, समाधान दिवस, जनता दर्शन और अन्य प्लेटफार्म से प्राप्त शिकायतों की सघन पड़ताल की गई। जिन ग्राम पंचायतों से बार-बार समस्याएं आ रही थीं, उन्हें चिन्हित कर प्राथमिकता के आधार पर चौपाल आयोजन के लिए चुना गया। सभी संबंधित अधिकारियों को न केवल सूचना दी गई, बल्कि स्पष्ट निर्देश दिए गए कि शिकायतों का समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण किया जाए।
ग्राम चौपाल की शुरुआत विकासखण्ड मनकापुर
मंगलवार को जिलाधिकारी ने विकासखंड-मनकापुर की छ: ग्राम पंचायतों — मनकापुर, बैरीपुर रामनाथ, चौबेपुर, धुसवा खास, भिटौरा तथा हरनाटायर में चौपाल लगाई। ग्रामीणों से संवाद स्थापित कर उन्होंने संपर्क मार्गों की स्थिति, विद्युत आपूर्ति, शौचालय निर्माण, नाली, राशन वितरण, अविवादित विरासत जैसे मुद्दों पर गहन चर्चा की और अधिकारियों को मौके पर ही त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए।
समाधान की तत्परता और कड़ी चेतावनी
ग्राम चौपाल मनकापुर में शिकायतकर्ता पूजा देवी निवासी गोहन्ना ने अवगत कराया कि मेरे खतौनी संशोधन का आदेश अभी तक अंकित नहीं किया गया है। जिस पर जिलाधिकारी ने संबंधित गांव के लेखपाल एवं नायब तहसीलदार को निर्देश दिए हैं कि जांच करके खतौनी संशोधित आदेश को अंकित करायें।
ग्राम चौपाल के दौरान बैरिपुर रामनाथ में शिकायतकर्ता शिव शंकर ने अवगत कराया कि तालाब की जमीन को पाटकर कुछ लोगों द्वारा अवैध रूप से कब्जा कर लिया गया है जिस पर जिलाधिकारी ने संबंधित गांव के राजस्व निरीक्षक एवं लेखपाल को निर्देश दिए हैं कि तत्काल जांच करके अवैध कब्जा को हटवाकर आवश्यक कार्रवाई की जाए।
ग्राम पंचायत हरनाटायर में चौपाल के दौरान शिकायतकर्ता दुखी ने अवगत कराया कि उसको 10 वर्ष पहले पट्टा मिला था जिस पर उसको गांव के ही अशोक के द्वारा उसको पट्टे की जमीन पर कब्जा नहीं करने दिए दिया जा रहा है जिस पर जिलाधिकारी ने दोनों पक्षों को बुलाकर मौके पर वार्ता करके शिकायत का निस्तारण कराया। ग्राम चौपाल के दौरान प्राप्त कई शिकायतों में जिलाधिकारी ने मौके पर ही टीम भेज कर शिकायतों का समाधान करने की निर्देश दिए हैं।
गुणवत्ता पर नज़र
ग्राम चौपाल 3.0 का लक्ष्य सिर्फ शिकायतों को सुनना नहीं, बल्कि उनके समाधान की गुणवत्ता और स्थायित्व सुनिश्चित करना भी है। जिलाधिकारी स्वयं गांव-गांव जाकर यह देख रही हैं कि जो समाधान दिए गए हैं, वे प्रभावी और दीर्घकालिक हैं या नहीं।
प्रशासनिक टीम की साझा मौजूदगी
इस चौपाल में प्रशासनिक मशीनरी की पूरी ताकत झोंकी गई। मुख्य विकास अधिकारी अंकिता जैन, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर रश्मि वर्मा, अपर जिलाधिकारी आलोक कुमार, मुख्य राजस्व अधिकारी महेश प्रकाश, नगर मजिस्ट्रेट पंकज वर्मा, उप जिलाधिकारी मनकापुर अवनीश त्रिपाठी, नायब तहसीलदार अनिल कुमार तिवारी, जिला विकास अधिकारी सुशील कुमार, परियोजना निदेशक डीआरडीए चंद्रशेखर, जिला पंचायत राज अधिकारी, जिला प्रोवेशन अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी मनोज कुमार मौर्य, खंड विकास अधिकारी मनकापुर श्रीमती गौरीशा श्रीवास्तव चौपाल में उपस्थित रहे और मौके पर ही निर्णय लिए।
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