सांसद की यह चिट्ठी सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रही है। चिट्ठी में सीएम योगी को सम्बोधित करते हुए पूर्वांचल को सूखाग्रस्त घोषित करने की मांग की गई है। चिट्ठी में सांसद ने लिखा है कि पूर्वी उत्तर प्रदेश में मॉनसून की अपेक्षित बारिश न होने के कारण किसानों की हालत बहुत दयनीय है।
बारिश का पूरा महीना बीतने को है लेकिन बारिश नहीं होने के कारण धान की रोपाई के लिए जो बीज डाले गए थे वे पानी के अभाव में ही सूख गए हैं। इससे किसानों की हालत अत्यंत दयनीय हो गई है। ऐसी स्थिति में बस्ती समेत पूर्वी उत्तर प्रदेश को सूखा ग्रस्त घोषित करना आवश्यक है।
इसके पहले कटरा सीट से बीजेपी विधायक वीर विक्रम सिंह ने सीएम योगी को चिट्ठी लिख शाहजहांपुर को सूखाग्रस्त घोषित करने की मांग की थी। उनका कहना है कि लो-वोल्टेज के चलते किसान ट्यूबवेल चलाने में भी कठिनाइयों का अनुभव कर रहे हैं। खरीफ फसल के नुकसान के चलते किसान संकट में हैं। प्रदेश सरकार को जिले को सूखाग्रस्त घोषित करते हुए उनके लिए राहत अभियान शुरू करना चाहिए।
उत्तर प्रदेश मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक उत्तर प्रदेश में मॉनसून सीजन में 16 अगस्त तक 45% कम बारिश हुई है। 488.9 एमएम सामान्य बारिश के मुकाबले यूपी में 270.88 एमएम बारिश ही दर्ज की गई है। पूर्वी उत्तर प्रदेश में तो इस दौरान 47% कम बारिश हुई है। जुलाई के अंत में एक समीक्षा बैठक के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को हालात से निपटने के लिए एक्शन प्लान तैयार करने का निर्देश दिया था। ।
कृषि, सिंचाई, राहत और राजस्व विभागों को अलर्ट पर रहने और सभी जिलों के किसानों के साथ कृषि विज्ञान केंद्रों, कृषि विश्वविद्यालयों और वैज्ञानिकों के जरिए लगातार संवाद करते रहने को कहा गया था ताकि उन तक सही सूचनाएं पहुंचाई जा सकें। ।
रुधौली बस्ती से अजय पांडे की रिपोर्ट
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