रूधौली बस्ती से अजय पांडेय की रिपोर्ट ।
बस्ती : प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) कुदरहा में नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस सर्टिफिकेशन (एंक्वास) अवार्ड की रकम अस्पताल में सुविधाओं के विस्तार पर खर्च किया जाएगा। एंक्वास अवार्ड हासिल करने वाली पीएचसी कुदरहा बस्ती मंडल की पहली पीएचसी बन गई है। अवार्ड के रूप में तीन साल तक पीएचसी को हर साल तीन लाख रुपये मिलेंगे। इस राशि से सुविधाएं बढ़ने का फायदा यहां के स्थानीय मरीजों को मिलेगा। पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डा. फैज वारिस ने बताया कि अवार्ड से मिलने वाली राशि से सबसे पहले वह अस्पताल में सोलर सिस्टम लगाए जाने की व्यवस्था कराएंगे, जिससे बिजली जाने पर भी मरीजों को असुविधा न हो। इसके अलावा वार्ड में एसी लगाए जाने की भी उनकी योजना है। प्रसव कक्ष में भी सुविधाओं में इजाफा किया जाएगा। पीएचसी को अत्याधुनिक सुविधायुक्त बनाने का निरंतर प्रयास किया जाएगा। उन्होंने बताया कि 80 हजार जनता को यह पीएचसी सेवा प्रदान कर रही है। प्रतिदिन ओपीडी में यहां लगभग 150 मरीज आते हैं। जिला क्वालिटी कंसल्टेंट डा. अजय कुमार ने बताया कि पीएचसी के छह विभाग का नेशनल टीम द्वारा मूल्यांकन किया गया था। इसमें ओपीडी, वार्ड, लेबर रूम, जनरल एडमिन, नेशनल हेल्थ प्रोग्राम व पैथालाजी लैब की सुविधाएं शामिल रहीं। 13 व 14 जून 2022 को नेशनल टीम ने इन विभागों के राष्ट्रीय स्तर के मानक के अनुसार मूल्यांकन कर अपनी रिपोर्ट तैयार की थी। इससे पहले राज्य स्तरीय स्टेट टीम ने आठ व नौ नवंबर 2021 को मूल्यांकन किया था। 70 प्रतिशत नंबर मिलने पर पास माना जाता है। नेशनल टीम के ए मूल्यांकन में कुदरहा पीएचसी को 86 प्रतिशत अंक मिले हैं। सर्विस प्रोविजन, पेशेंट राइट व इंफेक्शन कंट्रोल में पीएचसी को 90 प्रतिशत से ज्यादा अंक मिले है। पीएचसी को मानक अनुरूप बनाने में वहां के स्टाफ के साथ ही मंडलीय क्वालिटी कंसल्टेंट गोरखपुर डा. जसवंत मल्ल, धनंजय सिंह हास्पिटल मैनेजर जिला अस्पताल, मंडलीय क्वालिटी सहायक जीशान अली, यूनिसेफ के मंडलीय कोआर्डिनेटर सुरेंद्र शुक्ल, डा. आफताब रजा, डा. अश्विनी, डा. शशि, डा. वरुण और डा. प्रियंका ने सहयोग प्रदान किया ।
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