मैनपुरी - जिले के दन्नाहार क्षेत्र में सोमवार को ग्राहक सेवा केंद्र संचालक अमीर सिंह की हत्या के तीन आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद बड़ा खुलासा हुआ। पकड़े गए तीनों आरोपी मृतक के दोस्त बताये गये हैं। इस हत्याकांड के खुलासे को लेकर स्वाट टीम और थाना दन्नाहार पुलिस प्रयास कर रही थी। बताया जा रहा है कि एक गमछे ने हत्याकांड के खुलासे में अहम भूमिका निभाई। गमछे से हत्यारोपियों की पहचानने ने मदद मिली। पुलिस के मुताबिक अमीर सिंह से उसके ही दोस्तों ने दो लाख रुपयों के प्रलोभन में धोखा दिया और आरोपियों ने चलती कार में हत्या की वारदात को अंजाम दिया था।घिरोर के गांव बादशाहपुर निवासी ग्राहक सेवा केंद्र संचालक अमीर सिंह बीती 21 जुलाई को घर से बैंक जाने के लिए निकले थे। इसके बाद वह वापस नहीं लौटे। उनका शव दन्नाहार क्षेत्र में नहर किनारे पड़ा मिला था। उनकी चाकू से हत्या की गई थी। पत्नी की तहरीर पर अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया गया था। अमीर सिंह की हत्या और लूट की घटना का खुलासा करने के लिए एसपी कमलेश दीक्षित ने स्वाट टीम प्रभारी विक्रम सिंह को लगाया था। थाना दन्नाहार पुलिस भी खुलासे के प्रयास कर रही थी। इस बीच स्वाट टीम के हाथ घटना वाले दिन बैंक के बाहर के सीसीटीवी फुटेज हाथ लगे। इसमें अमीर और उसके तीन दोस्त सोनू, रतनवीर और विनय भी मौजूद थे। सभी आपस में बातें कर रहे थे। इसके बाद वहां से चले गए। हालांकि इससे यह जाहिर नहीं हो रहा था कि हत्या करने वाले यही लोग हैं। जांच के दौरान स्वाट टीम प्रभारी को घटनास्थल पर मृतक के एक फोटो में हत्यारोपी की पहचान मिल गई। मृतक के सिर के पास भगवा रंग का गमछा पड़ा हुआ था। जब बैंक के बाहर के सीसीटीवी देखे तो अमीर के साथ मौजूद एक दोस्त उक्त गमछा कंधे पर डाले हुए था। जब आरोपियों के बारे में जानकारी की तो वे घर से नदारद थे। हत्यारोपियों की पहचान होने के बाद से ही पुलिस उनकी तलाश में जुट गई थी। स्वाट टीम प्रभारी विक्रम सिंह ने बताया कि घटना के समय सोनू कार चला रहा था। पास की सीट पर अमीर सिंह बैठा हुआ था। पीछे विनय और रतनवीर बैठे हुए थे। दो लाख रुपये लूटने के लिए विनय ने पीछे से अमीर के गले में गमछा डाल दिया। रतनवीर ने चाकू से सीने पर कई वार किए, गर्दन की नस कटने की वजह से अमीर सिंह की मौत हो गई। हत्या के बाद आरोपियों ने शव को नहर में फेंकना चाहा, लेकिन वह किनारे पर ही गिर गया। कार भी नहर की पटरी में फंस गई, जिस वजह से आरोपी पैदल ही वहां से भाग गए थे। भागते समय इन लोगों ने राजू को फोन कर बुलाया और उसकी बाइक पर बैठकर कर आरोपी भाग गए थे। आरोपियों ने दो लाख रुपये आपस में बांट लिए थे। विनय और रतनवीर मोबाइल स्विच ऑफ कर गायब हो गए थे। सोमवार को पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान राजू यादव, सोनू और रतनवीर को गिरफ्तार कर लिया।
Jul 25, 2022
चलती कार में दोस्तों ने खौफनाक तरीके से कर दी एक शख्स की हत्या
मैनपुरी - जिले के दन्नाहार क्षेत्र में सोमवार को ग्राहक सेवा केंद्र संचालक अमीर सिंह की हत्या के तीन आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद बड़ा खुलासा हुआ। पकड़े गए तीनों आरोपी मृतक के दोस्त बताये गये हैं। इस हत्याकांड के खुलासे को लेकर स्वाट टीम और थाना दन्नाहार पुलिस प्रयास कर रही थी। बताया जा रहा है कि एक गमछे ने हत्याकांड के खुलासे में अहम भूमिका निभाई। गमछे से हत्यारोपियों की पहचानने ने मदद मिली। पुलिस के मुताबिक अमीर सिंह से उसके ही दोस्तों ने दो लाख रुपयों के प्रलोभन में धोखा दिया और आरोपियों ने चलती कार में हत्या की वारदात को अंजाम दिया था।घिरोर के गांव बादशाहपुर निवासी ग्राहक सेवा केंद्र संचालक अमीर सिंह बीती 21 जुलाई को घर से बैंक जाने के लिए निकले थे। इसके बाद वह वापस नहीं लौटे। उनका शव दन्नाहार क्षेत्र में नहर किनारे पड़ा मिला था। उनकी चाकू से हत्या की गई थी। पत्नी की तहरीर पर अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया गया था। अमीर सिंह की हत्या और लूट की घटना का खुलासा करने के लिए एसपी कमलेश दीक्षित ने स्वाट टीम प्रभारी विक्रम सिंह को लगाया था। थाना दन्नाहार पुलिस भी खुलासे के प्रयास कर रही थी। इस बीच स्वाट टीम के हाथ घटना वाले दिन बैंक के बाहर के सीसीटीवी फुटेज हाथ लगे। इसमें अमीर और उसके तीन दोस्त सोनू, रतनवीर और विनय भी मौजूद थे। सभी आपस में बातें कर रहे थे। इसके बाद वहां से चले गए। हालांकि इससे यह जाहिर नहीं हो रहा था कि हत्या करने वाले यही लोग हैं। जांच के दौरान स्वाट टीम प्रभारी को घटनास्थल पर मृतक के एक फोटो में हत्यारोपी की पहचान मिल गई। मृतक के सिर के पास भगवा रंग का गमछा पड़ा हुआ था। जब बैंक के बाहर के सीसीटीवी देखे तो अमीर के साथ मौजूद एक दोस्त उक्त गमछा कंधे पर डाले हुए था। जब आरोपियों के बारे में जानकारी की तो वे घर से नदारद थे। हत्यारोपियों की पहचान होने के बाद से ही पुलिस उनकी तलाश में जुट गई थी। स्वाट टीम प्रभारी विक्रम सिंह ने बताया कि घटना के समय सोनू कार चला रहा था। पास की सीट पर अमीर सिंह बैठा हुआ था। पीछे विनय और रतनवीर बैठे हुए थे। दो लाख रुपये लूटने के लिए विनय ने पीछे से अमीर के गले में गमछा डाल दिया। रतनवीर ने चाकू से सीने पर कई वार किए, गर्दन की नस कटने की वजह से अमीर सिंह की मौत हो गई। हत्या के बाद आरोपियों ने शव को नहर में फेंकना चाहा, लेकिन वह किनारे पर ही गिर गया। कार भी नहर की पटरी में फंस गई, जिस वजह से आरोपी पैदल ही वहां से भाग गए थे। भागते समय इन लोगों ने राजू को फोन कर बुलाया और उसकी बाइक पर बैठकर कर आरोपी भाग गए थे। आरोपियों ने दो लाख रुपये आपस में बांट लिए थे। विनय और रतनवीर मोबाइल स्विच ऑफ कर गायब हो गए थे। सोमवार को पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान राजू यादव, सोनू और रतनवीर को गिरफ्तार कर लिया।
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