लखनऊ - देवीपाटन मण्डल के बहराइच जनपद की कैसरगंज विधानसभा सीट पर टिकट की दावेदारी को लेकर समाजवादी पार्टी में बड़ा घमासान चल रहा है। वैसे तो यह सीट सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के अति करीबी माने जाने वाले पूर्व विधायक रामतेज यादव की रही है। वह यहाँ से कई बार विधायक भी चुने गये हैं,लेकिन विगत कई चुनावों में उनकी करारी शिकस्त को देखते हुए यह कयास लगाया जा रहा है कि पार्टी अब उनकी जगह कोई नया प्रत्याशी उतार सकती है। वैसे तो अभी कुछ दिनों पूर्व बसपा छोड़कर समाजवादी पार्टी का दामन थामने वाले हलधरमऊ ब्लाक के पूर्व प्रमुख रहे मसूद आलम खां भी अपनी जमीन तैयार करने में दिनरात एक किये हुए हैं और कैसरगंज से उम्मीदवारी जता रहे हैं,वहीं गैर जनपद निवासी जादौन कैसरगंज को अपनी कर्मभूमि मान चुके हैं और पार्टी से टिकट मिलने की आस में हैं। वहीँ सपा के जिलाध्यक्ष लक्ष्मी यादव,पूर्व प्रमुख अनिल यादव,जिप सदस्य अवधेश वर्मा, प्रदीप यादव,बाबू खाँ तथा आनन्द यादव समाजवादी पार्टी से टिकट के प्रमुख दावेदारों में माने जा रहे हैं,जो साइकिल की सवारी करने के लिये बेताब दिख रहे हैं। लेकिन इन सब के बावजूद कैसरगंज लोकसभा क्षेत्र में रहने वाले एक ऐसे चेहरे की भी बहुत तेजी से चर्चा की जा रही है जो राजपूत परिवार से है और सम्भवतः पार्टी द्वारा उन्हें कैसरगंज सीट से चुनाव लड़ने का मजबूत आश्वासन दिया गया है। सूत्रों का मानना है कि यदि इस प्रत्याशी को पार्टी ने चुनाव मैदान में उतारा तो कई लोगो की राजनीतिक गणित बिगड़ सकता है।
Nov 25, 2021
कैसरगंज से सपा उतार सकती है क्षत्रिय उम्मीदवार,विगड़ सकता है लोगों का राजनीतिक समीकरण
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