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Sco के राष्ट्रध्यक्ष |
नई दिल्ली। भारत में इस समय विपक्ष के निशाने पर मोदी सरकार की "विदेश नीति" है। पिछले दिनों हुए पहलगाम हमले के बाद से विश्व स्तर पर भारत को समर्थन न मिलने की बात विपक्ष के लोग लगातार उठाते रहे है पर आज चीन के शहर तियानजिन में चल रही "शंघाई सहयोग संगठन" के समिट की बैठक से जो संदेश निकलकर सामने आया है उसने भारत में विपक्ष की मुहीम को तगड़ा झटका दिया है।
दरअसल शंघाई सहयोग संगठन के समिट के साझा घोषणा पत्र में पहलगाम हमले का जिक्र करते हुए इसकी तीखी निंदा की गई है। हैरत की बात ये रही कि इस घोषणा पत्र पर चीन ने भी कोई अड़ंगा नहीं लगाया जबकि चीन की आदत रही है कि आतंकवाद के खिलाफ भारत के किसी भी प्रस्ताव पर वो पाकिस्तान का समर्थन करता दिखता था। इस लिहाज से ये घोषणा पत्र विश्व स्तर पर भारत की बड़ी कूटनीतिक जीत है।
आतंकवाद, उग्रवाद और अलगाववाद पर प्रतिबद्धता अटल है
SCO देशों के राष्ट्रध्यक्षों द्वारा जारी घोषणा पत्र में कहा गया है कि इस हमले में मारे गये और घायल हुए लोगों के प्रति गहरी संवेदना है। हमले के दोषियों , आयोजकों, और प्रायोजकों को भी सजा दिलाने की बात पर जोर दिया गया है। SCO देशों ने साफ तौर पर कहा कि आतंकवाद, उग्रवाद और अलगाववाद पर उनकी प्रतिबद्धता अटल है।
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