सहफसल के साथ अधिकतम क्षेत्रफल में शरद कालीन गन्ना बुवाई करें किसान : डॉ. एस. एन. सिंह
बहराइच । पारले कंपनी द्वारा एक बृहद किसान गोष्ठी का आयोजन मंगलवार को ग्राम शिवराजपुर में किया गया। गोष्ठी का संचालन उप मुख्य गन्ना प्रबंधक जगतार सिंह ने किया। गोष्ठी को सम्बोधित करते हुवे वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. एस. एन. सिंह ने किसानो से कहा की गन्ना फसल में उत्पादन को बढ़ाने की अपार संभावनाए है। किसानो का गन्ना उत्पादन लक्ष्य कम से कम 500 कुंतल प्रति एकड़ होना चाहिए। इससे कम उत्पादन ठीक नहीं है। इसके लिए वैज्ञानिक खेती पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। शरदकालीन बुवाई में अधिक से अधिक गन्ना लगाए। सबसे पहले खेत की मिट्टी जाँच कराये। शुद्ध, स्वस्थ एवं ताजा बीज का प्रबंध करे। खेत की तैयारी अच्छी प्रकार करें, तैयारी के समय ट्राइकोडर्मा का प्रयोग जैविक खाद के साथ मिलाकर करे। लाइन से लाइन की दुरी 4 फ़ीट से कम ना हो। 2 आँख का टुकड़ा ही बीज में प्रयोग करे। बीज तैयार करते समय यदि कोई आंख खराब हो तो उसे अलग निकाल दे। जमाव आँख का ही होता है। बीज हमेशा पत्ती सहित ले। खाद - उर्वरक का प्रयोग पहले लाइन में करे फिर गन्ना बुवाई करें। बुवाई के बाद केवल 2 इंच मिट्टी ही गन्ने के टुकड़ो पर नाली में डाले। अस्वीकृत प्रजाति 05191 बिल्कुल न लगाएं। अच्छी खेती में आधुनिक कृषि यंत्रों का प्रयोग करें। जिससे खेती में लागत कम और मुनाफा बढ़ाया जा सके इस अवसर पर भारी संख्या में किसान और कंपनी के अन्य अधिकारी गण रूचिन लाटियान राहुल यादव शक्ति सिंह दिनेश सिंह सरनाम सिंह मौजूद रहे।
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