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Feb 13, 2023

योग शिक्षक आदर्श ने बेसिक शिक्षा विभाग के ब्लॉक कार्यालय मे लगाया योगशिविर


  करनैलगंज-क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी गोण्डा के निर्देशन में योग वेलनेश सेंटर पाल्हापुर चचरी के तत्वाधान में ब्लॉक संसाधन केन्द्र करनैलगंज के सभागार में 50 विद्यालय के अध्यापकों का विधिवत योग प्रशिक्षण योग प्रशिक्षक आदर्श कुमार मिश्र जी ने दिया साथ ही योगाचार्य ने बताया किदुर्भाग्य से, आज-कल बच्चा बनना आसान नहीं है| बच्चे अपना अधिकांश समय गृहकार्य और स्कूल से संबंधित पाठ्येतर गतिविधियों के बीच अलग करने में बिताते हैं। आराम से खेलने के लिए थोड़ा समय‌ ही मिलता है। इन्हें अतिउत्तेजना एवं व्याकुलता का सामना करना पड़ता है; जीवन मे बहुत जल्दी शैक्षणिक दबाव और साथियों के दबाव का सामना भी। साथ ही वे अपनी असुरक्षा और भय से ग्रस्त हैं। योग, बच्चों को इस प्रेशर-कूकर जैसे वातावरण से लड़ने में मदद कर सकता है। और, यह उनके व्यक्तित्व में ऊर्जा एवं आत्मविश्वास का संचार करता है।


योग तन, मन और श्वास की जागरूकता को विकसित करता है।

एक बच्चे के भटकते मन को गिरफ्तार करने में मदद करता है।

ध्यान अवधि और एकाग्रता शक्ति बनाता है

ईर्ष्या, भय और क्रोध जैसी नकारात्मक भावनाओं को दूर करने में मदद करता है।

एक सकारात्मक आत्म छवि को बढ़ावा देता है और आत्मविश्वास बढ़ाता है ।

श्वास और फेफड़ों की क्षमता बढ़ाता है। 

टीवी और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के प्रति जुनून को कम करता है। 

श्री मिश्र जी ने अध्यापकों को योग के प्रणाम आसन | 

हस्तोत्तानासन | 

हस्तपादासन | 

अश्व संचालनासन | 

दंडासन |

अष्टांग नमस्कार | 

भुजंगासन | 

पर्वतासन | 

ताड़ासन | 

धनुरासन | 

वृक्षासन | 

मर्जरी आसन | 

वज्रासन |

वीरभद्रासन | 

शिशुआसन |व याद्दाश्त शक्ति को बढ़ाने के लिये प्राणायाम व ध्यान सिखाया इसी क्रम में खण्ड शिक्षा अधिकारी सीमा पांडेय जी ने बताया कि स्कूली उम्र के बच्चों (6 से 12 वर्ष की आयु) में शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य सुधार के लिए योग और मेडिटेशन के अभ्यास को काफी कारगर माना गया है। योग बच्चों में शारीरिक संतुलन और शक्ति में सुधार करते हैं। बच्चों के लिए योग की आदत मनोवैज्ञानिक लाभ प्रदान कर है। नियमित रूप से योगासनों को दिनचर्या का हिस्सा बनाकर आप बच्चों को कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं से बचा सकते हैं।

क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी गोण्डा डॉ प्रदीप कुमार शुक्ला जी ने बताया किस्वस्थ बचपन, बेहतर भविष्य की नींव मानी जाती है, बच्चों के लिए पौष्टिक आहार के साथ नियमित व्यायाम की आदत संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, जिस प्रकार से मौजूदा समय में बढ़ रही तमाम प्रकार की गंभीर बीमारियों के लिए शारीरिक निष्क्रियता को प्रमुख कारण के तौर पर देखा जा रहा है, इससे सीख लेते हुए सभी माता-पिता को सुनिश्चित करना चाहिए कि बच्चे नियमित रूप से योग-व्यायाम जरूर करें। यह आदत न सिर्फ शारीरिक रूप से उन्हें सक्रिय रखने में मदद करेगी साथ ही यह आदत उन्हें भविष्य में कई बीमारियों से सुरक्षित रखने में भी सहायक होती है इस शिविर में ब्लॉक के क्लर्क बाबूलाल प्रधानाध्यापक प्रशांत , मान सिंह ,बच्चा सिंह ,यशपाल आदि उपस्थित रहे

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