समाजवादी पार्टी के सोशल मीडिया के ट्विटर हैंडलर मनीष जगन अग्रवाल को जेल से रिहा कर दिया गया है। सोमवार दोपहर ही उन्हें जमानत मिल गई थी। रविवार को मनीष को गिरफ्तार गया था। उन पर ट्विटर के जरिए भारतीय जनता पार्टी की युवा मोर्चा की नेत्री पर अभद्र टिप्पणी करने का आरोप लगा था । इस मामले में लखनऊ के हजरतगंज थाने में पुलिस ने मामला दर्ज किया था। सपा कार्यकर्ता के खिलाफ 3 मुकदमे दर्ज हैं।
एक दिन पहले जगन की गिरफ्तारी की जानकारी पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव लखनऊ पुलिस मुख्यालय जा पहुंचे थे। वह वहां कैंटीन में कार्यकर्ताओं के साथ बैठ गए। अखिलेश के पहुंचने का पता चलते ही थोड़ी देर में ही कई पुलिस अफसर भी वहां पहुंच गए। इस दौरान संयुक्त पुलिस आयुक्त पीयूष मोर्डिया ने अखिलेश को चाय का प्रस्ताव भी किया, तो उन्होंने साफ मना कर दिया।
उन्होंने अविश्वास जताते हुए कहा कि , "यहां की चाय नहीं पीएंगे। बाहर की पीएंगे। हम यहां की चाय नहीं पी सकते हैं, जहर दे दोगे तब... हमें भरोसा नहीं है। सच में भरोसा नहीं है। आप अपनी चाय पीजिए, हम अपनी पीएंगे।" इस दौरान उन्होंने एक कार्यकर्ता को बाहर से चाय लाने की बात भी कही। उधर, अखिलेश के पहुंचने का पता चलते ही बड़ी संख्या में सपा कार्यकर्ता पुलिस मुख्यालय पहुंच गए। वह गेट पर धरने पर बैठ गए। वहां पलिस से कार्यकर्ताओं की कहासुनी भी हुई थी।
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