मथुरा वृन्दावन के निकट युवती के शव पहचान होने के बाद अब पुलिस आज पोस्टमॉर्टम कराएगी। इसके बाद पता चलेगा कि आखिर युवती की हत्या कैसे हुई थी। सोमवार को डॉक्टरों का पैनल पोस्टमॉर्टम करेगा और पूरी प्रक्रिया की वीडियो ग्राफी की जाएगी।
तकरीबन 100 पुलिस कर्मियों की टीम ने 300 CCTV कैमरे खंगाले थे
जानकारी के मुताबिक, मृतका का नाम आयुषी यादव है। हालांकि पुलिस ने अब तक नाम सार्वजनिक नहीं किया है। पुलिस ने लड़की की शिनाख्त के लिए लगभग 100 पुलिस कर्मियों की 14 टीमें बनाई थीं। पुलिस ने घटनास्थल से लेकर टोल प्लाजा तक करीब 300 सीसीटीवी की रिकॉर्डिंग खंगाली। इसके बाद भी लड़की की पहचान नहीं हो पा रही थी। तब पुलिस ने अपना मुखबिर तंत्र का सहारा लिया इसी
दौरान पुलिस को एक मुखबिर से जानकारी मिली कि बदरपुर के मोड़बंद की रहने वाली लड़की दो दिन से लापता है। इसी सूचना इसके आधार पर पुलिस की एक टीम लड़की के घर पहुंची
पोस्टमॉर्टम हाउस पहुंची युवती की मां ब्रजवाला और भाई आयुष ने शव की शिनाख्त आयुषी के रूप में की। शिनाख्त करने के बाद परिवार बिना किसी से मुखातिब हुए सीधे पुलिस टीम साथ गाड़ी निकल गए। मिडिया कर्मियों ने सवाल कर पूरे मामले के बारे में जानकारी करने की कोशिश की, पंरतु मां और भाई कुछ भी नहीं बोले। जानकारी के मुताबिक आयुषी BCA की छात्रा थी। शव की शिनाख्त करते समय मां और भाई की आंखों में आंसू आ गए थे। वह एक-दूसरे से लिपट रोने लगे। बताया जा रहा है कि ब्रजवाला की एक बेटी आयुषी और एक बेटा आयुष हैं
देवरिया का रहने वाला है परिवार आयुषी के पिता नितेश यादव व्यवसायी हैं। आयुषी का परिवार मूल रूप से उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के बलूनी इलाके के सुनारडी गांव का निवासी है। परिवार कई वर्ष के पूर्व दिल्ली आकर बस गया।
शिनाख्त करने के उपरांत लड़की की मां ब्रजबाला और भाई आयुष से मीडिया ने कई सवाल किए, लेकिन उन दोनों ने कोई जवाब नहीं दिया ।
पुलिस की 14 टीमों ने 48 घंटे तक की मेहनत शव मिलने के बाद पुलिस की प्राथमिकता थी कि शिनाख्त करना। कार्य वाहक SSP मार्तंड प्रकाश सिंह ने इसके लिए पहले 4 टीमें लगाई। लेकिन, जैसे-जैसे
समय बढ़ता गया टीमों की संख्या बढ़ती गई। 14 टीमें इस खुलासे में जुट गईं। 100 से ज्यादा पुलिस कर्मी यह पता लगा रहे थे कि आखिर यह शव किसका है। 14 टीम,100 से ज्यादा पुलिस कर्मी और 48 घंटे से ज्यादा समय तक की मेहनत का नतीजा यह रहा कि आखिर में पुलिस ने शिनाख्त करने में सफलता हासिल कर ही ली।
मुख्यमंत्री और डीजीपी कार्यालय से लगातार इस मामले की जानकारी ली जा रही थी
शुक्रवार यानी 18 नवंबर को जब शव मिला और यह खबर मीडिया की सुर्खियां बनी। ऐसे में लखनऊ से मथुरा पुलिस के पास फोन आने लगे। मुख्यमंत्री और DGP ऑफिस से मामले की हर अपडेट मांगी जा रही थी। युवती के शव की जब शिनाख्त हो गई, उसके बाद मथुरा के कार्य वाहक एसएसपी ने मार्तंड प्रकाश सिंह इसकी जानकारी मुख्यमंत्री और DGP ऑफिस को दी।
मथुरा के थाना राया क्षेत्र में वृंदावन कट और राया कट के बीच यमुना एक्सप्रेस वे के सर्विस रोड पर शुक्रवार की दोपहर को युवती का लाल रंग के ट्रॉली बैग सूटकेस में शव मिला था। शव को पहले पालिथीन में पैक किया और फिर हाथ पैर मोड़कर सूटकेस में बंद कर दिया। शव मिलने की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।
लड़की के बाएं हाथ में कलावा और काला धागा बंधा था
मृतका काली रंग की टी-शर्ट और हाफ पैंट पहने हुए थी। कपड़ों से प्रतीत हो रहा था कि वह अच्छे परिवार ताल्लुक रखती हैं है। लड़की की लंबाई करीब 5 फीट 2 इंच थी। रंग गोरा, काले और लंबे बाल थे। स्लेटी कलर की टी-शर्ट हाफ बाजू की पहने थी, नीले और सफेद रंग की पैंट पहनी हुए थी। बाएं हाथ में कलावा और काला धागा भी बंधा हुआ था। इसके अलावा लड़की के सीने में सटाकर गोली मारी गई थी। उसके शरीर पर कई जगह चोटों के निशान मिले थे।
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