प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूपी के 2.1 करोड़ किसानों के खाते में लगभग 4000 करोड़ रुपये हस्तांतरित किए हैं। नई दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित एक समारोह में नकद हस्तांतरण योजना के तहत देश के 12 करोड़ किसानों को ₹2000 रुपये की 12वीं किस्त जारी की गई। राज्य सरकारों ने ई-केवाईसी के साथ इन किसानों का सत्यापित डेटा केंद्र को उपलब्ध कराया है।
इस योजना की घोषणा 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले की गई थी। सभी पात्र किसान परिवारों को साल में तीन बार दो-दो हजार यानी₹ 6000 की राशि दी जाती है। केंद्र सरकार ने पहले ही चेतावनी दी थी कि 12वीं किस्त केवल उन्हीं पात्र लाभार्थियों को हस्तांतरित की जाएगी, जिनके डेटा का सत्यापन हो जाएगा।
अतिरिक्त मुख्य सचिव (कृषि) देवेश चतुर्वेदी ने बताया कि लगभग 33 लाख ने अभी तक अपना ई-केवाईसी पूरा नहीं किया है। बार-बार अपील के बावजूद भूमि रिकॉर्ड का सत्यापन भी नहीं हुआ है। लेकिन यह भी कहा कि सभी पात्र किसानों को नकद हस्तांतरण योजना का लाभ मिलेगा।
उन्होंने कहा कि 2.1 करोड़ किसानों का सत्यापित डेटा केंद्र को 12वीं किस्त जारी करने के लिए भेजा गया है। उन्होंने कहा कि हम शेष किसानों को अपना ई-केवाईसी करवाने में मदद करने के लिए अभियान शुरू करेंगे। ताकि उन्हें भी 12वीं किस्त मिल सके।
कहा कि केंद्र देश में फर्जी पीएम-किसान सम्मान निधि लाभार्थियों को बाहर निकालने के लिए भूमि रिकॉर्ड और ई-केवाईसी के सत्यापन पर जोर दे रहा है। अकेले यूपी में अब तक 21 लाख किसान अपात्र पाए गए हैं। कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने हाल ही में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि केंद्र के निर्देशानुसार इन किसानों को दी गई राशि की वसूली भी होगी।
रुधौली बस्ती से अजय पांडे की रिपोर्ट
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