Nov 4, 2025

बाल विवाह और मातृत्व स्वास्थ्य पर जताई चिंता

 विशेश्वरगंज में ब्लॉक समन्वय समिति की बैठक में उठे गंभीर सवाल

बहराइच, : मोबियस फाउंडेशन, स्वास्थ्य विभाग और उम्मीद परियोजना के संयुक्त तत्वावधान में मंगलवार को विशेश्वरगंज ब्लॉक सभागार में ब्लॉक समन्वय समिति की दूसरी बैठक आयोजित हुई। बैठक की अध्यक्षता खंड विकास अधिकारी अजय प्रताप सिंह ने की। बैठक में बाल विवाह, मातृत्व स्वास्थ्य और जेंडर भेदभाव जैसे सामाजिक एवं स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई।खंड विकास अधिकारी ने कहा कि बाल विवाह केवल सामाजिक बुराई नहीं  बल्कि मातृत्व स्वास्थ्य के लिए भी गंभीर खतरा है। कम उम्र की लड़कियां शारीरिक और मानसिक रूप से गर्भधारण के लिए तैयार नहीं होतीं, जिससे गर्भावस्था के दौरान जटिलताएं बढ़ जाती हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षकों, युवाओं और ग्राम स्तर पर सक्रिय समूहों को इस दिशा में मिलकर जागरूकता अभियान चलानाचाहिए।कम उम्र की गर्भावस्था बढ़ा रही खतरा-सीएचसी विशेश्वरगंज के अधीक्षक डॉ. प्रवीण पांडेय ने बताया कि 18 वर्ष से पहले विवाह करने वाली लड़कियां शारीरिक रूप से पूरी तरह विकसित नहीं होतीं, जिससे गर्भावस्था के दौरान एनीमिया, कुपोषण, जटिल प्रसव और शिशु मृत्यु जैसी समस्याएं आम हो जाती हैं। उन्होंने कहा कि कम उम्र की माताओं में प्रसव के दौरान मृत्यु की संभावना सामान्य महिलाओं की तुलना में लगभग दोगुनी होती है। इसे रोकने के लिए शिक्षा और स्वास्थ्य दोनों स्तरों पर गंभीर प्रयास की आवश्यकता है।आने वाली पीढ़ियों पर असर-खंड विकास अधिकारी ने कहा कि किशोरी उम्र में मातृत्व का दायित्व न केवल मां के स्वास्थ्य पर भारी पड़ता है, बल्कि परिवार की आर्थिक स्थिति पर भी बोझ डालता है। असुरक्षित मातृत्व के कारण बच्चों के पोषण और शिक्षा पर विपरीत प्रभाव पड़ता है।आंकड़े दे रहे चेतावनी उम्मीद परियोजना के जिला प्रतिनिधि रामबरन यादव ने बताया कि बहराइच जिले में बाल विवाह की दर 37.5 प्रतिशत है, जो राष्ट्रीय औसत से अधिक है। 18 वर्ष से कम आयु में गर्भवती होने वाली किशोरियों की संख्या भी चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि इस स्थिति को बदलने के लिए सामूहिक जागरूकता और संस्थागत प्रयास जरूरी हैं।बैठक में सहायक विकास खंड अधिकारी, खंड शिक्षा अधिकारी के प्रतिनिधि, बीपीएम ममता मिश्रा, बीसीपीएम धर्मेंद्र कुमार मिश्रा, ब्लॉक आजीविका मिशन, विद्यालयों के प्रधानाचार्य, शिक्षकगण और अन्य विभागीय प्रतिनिधि उपस्रथित रहे।

No comments: