लखनऊ। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने आज खुलासा किया है कि आगरा एक्सप्रेस वे पर उनकी व काफिले में चल रही सरकारी गाड़ियों चालान 8 लाख रुपए का किया गया है। इसके पीछे के बैकग्राउंड का खुलासा करते हुए उन्होंने कहा कि "हुआ ये होगा कि आगरा एक्सप्रेस वे पर लगे कैमरों को मॉनिटर बीजेपी का कोई नेता कर रहा होगा।" मैं इस चीज को ट्रेस करूंगा कि जो चालान हुआ वो कौन कर रहा है बीजेपी का नेता या कोई और..
अखिलेश ने ये खुलासा कल गाजीपुर के अजीत यादव के वायरल वीडियो के बाद किया। अखिलेश ने कहा कि इस व्यक्ति का भी चालान मुख्यमंत्री जी के सजातीय अधिकारी ने किया होगा।
दरासल आज अजीत यादव ने अखिलेश यादव से मुलाकात की थी। इससे पहले अपने वायरल वीडियो में अजीत ने कहा था कि वो ट्रैवल का काम करते है। गाजीपुर से एक पार्टी को लेकर उनका ड्राइवर 28 अगस्त को लखनऊ पीजीआई आया था। कस्टमर को छोड़ का ड्राइवर फिनिक्स माल के पास कुछ खाने के लिए निकला वैसे ही सुशांत गोल्फ सिटी के थाना प्रभारी उपेन्द्र सिंह द्वारा गाड़ी को सीज कर दिया गया और उस पर 20000 रुपए का चलान कर दिया गया।
सात दिन बाद जब मैने कोर्ट के माध्यम से 4 सितंबर को गाड़ी छुड़ाई तो गाड़ी दस किलोमीटर चलने के बाद खड़ी हो गई। मारुति कंपनी के इंजीनियरों द्वारा जब गाड़ी का निरीक्षण किया गया तो बताया गया कि गाड़ी का इंजन सीज हो गया है। इंजीनियरों ने बताया कूलेंट वाला हाउस पाइप गाड़ी में न होने के कारण ऐसा हुआ। कंपनी ने गाड़ी ठीक होने का बिल 92000 रुपए बताया है।
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