जहाँ हक़ दबा हो, वहाँ स्वर बुलंद करना है….
पत्रकारिता — लोकतंत्र की सशक्त आवाज़
गोण्डा - पत्रकारिता समाज का दर्पण है, जो सच को सामने लाने का कार्य करती है। यह जनता और शासन के बीच एक मज़बूत सेतु है, जो सूचनाओं का सही और निष्पक्ष प्रसारण करती है। जिम्मेदार पत्रकारिता न केवल घटनाओं की रिपोर्ट करती है, बल्कि अन्याय, भ्रष्टाचार और सामाजिक बुराइयों को उजागर कर सुधार की राह दिखाती है। सच्चे पत्रकार साहस, ईमानदारी और निष्पक्षता को अपना धर्म मानते हैं। लोकतंत्र में पत्रकारिता की भूमिका प्रहरी की है, जो जनहित की रक्षा करती है। यह पेशा केवल शब्दों का नहीं, बल्कि विश्वास, जिम्मेदारी और जनसेवा की मिसाल है।
वर्तमान समय में पत्रकारिता की तरफ़ ध्यान आकर्षित करने से ज्ञात होता है कि पत्रकारिता का अस्तित्व किसी भी देश समाज के लिए उतना ही मायने रखता है जितना कि किसी जीव के लिए ऑक्सीजन। जिस प्रकार वायु के प्रदूषित हो जाने से ऑक्सीजन की मात्रा प्रभावित होने लगती है और स्वस्थ पर्यावरण की संकल्पना हमसे दूर जाती हुई प्रतीत होती है ठीक उसी प्रकार किसी देश समाज में पत्रकारिता का स्वास्थ्य भी प्रभावित होता है।
पत्रकारिता सच की आवाज़ को मुखर करने वाली जुबान है,
पत्रकारिता गरीबों, असहायों, कमजोर वर्गों के हितों का सम्मान है,
देश के अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति के अधिकारों को दिलाना होगा,
लड़नी होगी सच की लड़ाई और झूठ से मुकर जाना है....
पत्रकारिता की इस दुनिया में अपनी ईमानदारी और कर्तव्य निष्ठा के बलबूते तथा देश के चौथे स्तंभ को मजबूती प्रदान करने हेतु पूर्ण तत्परता के साथ समाज सेवा हेतु प्रेरित होकर तथा पत्रकारिता और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया(सोशल मीडिया) की प्रासंगिकता से प्रेरित व प्रभावित होकर उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के कर्नलगंज क्षेत्र के अंतर्गत कचनापुर गांव निवासी श्री सुभाष सिंह ने समाज के गरीबों, वंचितों,शोषितों व असहायों की आवाज बनने के लिए देश के 73 वें स्वतंत्रता दिवस की पावन बेला पर 'मां वाराही' से आशीर्वाद प्राप्त कर 'मां वाराही न्यूज़ चैनल' की स्थापना की जिसकी इस साल यह छठवीं वर्षगांठ, 78 वें स्वतंत्रता दिवस पर मनाई जा रही है।
इस न्यूज़ चैनल का मुख्य उद्देश्य कार्य सरकार द्वारा देश के अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति को मुख्यधारा में लाने हेतु चलाई जा रही जन- कल्याणकारी योजनाओं का प्रचार-प्रसार करना तथा लोगों को जागरूक कर उन्हें उनका हक दिलाने के लिए आवाज उठाना व उनकी बातों को शासन प्रशासन तक पहुंचाना है। गरीबों, वंचितों, शोषित व असहायों व समाज के अंतिम कतार में खड़े व्यक्ति को न्याय दिलाने के लिए संघर्ष करना व उनकी पीड़ा को जिम्मेदार अधिकारियों तक पहुंचाना इस चैनल का मुख्य कार्य व उद्देश्य है। समाज में उत्कृष्ट कार्य करने वाले सामाजिक लोगों को सम्मानित कर अपने साथ-साथ अन्य लोगों को भी जन कल्याणकारी कार्य करने के लिए प्रेरित करना भी इसका मुख्य कार्य है।
छः साल का सफर 65 से भी ज़्यादा देशों में असर
65 से ज्यादा देशों में पढ़ी जा रही "मां वाराही न्यूज"
मां वाराही न्यूज़ चैनल की लोकप्रियता का प्रमाण यह है कि वर्तमान समय में भारत सहित अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी, नेपाल, रूस, सिंगापुर, कनाडा, ओमान सहित करीब 60-65 से अधिक देशों में इसकी खबरें पढ़ी जा रही हैं तथा "मां वाराही न्यूज़" द्वारा ईमानदारी एवं कर्मठता के साथ कार्य करते हुए विगत छः वर्षों के सफ़र में अपनी सच्ची ख़बरों की बदौलत बहत्तर लाख वें स्थान से चलकर गूगल साइट पर साढ़े तीन लाख वां स्थान हासिल कर लिया है।
इस प्रकार की कर्मठता और संघर्षीलता के साथ सामाजिक कार्य के लिए श्री सुभाष सिंह जी को बहुत-बहुत धन्यवाद और पत्रकारिता के क्षेत्र में उन्नति के लिए हार्दिक मंगलकामनाएं।
"अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति की आवाज़ को ऊठाने लिए,
बड़े शिद्दत से बढ़े हैं क़दम,
ख़बर को ख़बर की तरह दिखाने के लिए....”
"अभयअजनबी" की कलम से
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