Nov 22, 2022

वाराणसी एनकाउंटर में शामिल पुलिसकर्मियों पर इनामों की बारिश, मुठभेड़ में शामिल सभी उपनिरीक्षकों को थानों का प्रभार।

वाराणसी में दारोगा को गोली मारकर पिस्टल लूटने वाले बदमाशों को मुठभेड़ में मार गिराने वाली पुलिस बल को डीजीपी और शासन की तरफ से इनाम की घोषणा की गई है। मुठभेड़ करने वाले सभी दारोगाओं को थाने का प्रभार दिया गया है 

 डीजीपी डॉ. देवेन्द्र सिंह चौहान ने वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस टीम को मुठभेड़ की सफलता के लिए बधाई दी है। पुलिस टीम के उत्साहवर्धन के लिए दो लाख रुपये का पुरस्कार देने की घोषणा की है। डीजीपी की संस्तुति पर शासन से भी पुलिस टीम के उत्साहवर्धन के लिए दो लाख रुपये का पुरस्कार देने की घोषणा की है। डीजीपी की संस्तुति पर शासन से भी पुलिस टीम को पांच लाख रुपए इनाम का घोषित किया गया है।

डीजीपी ने कहा कि भविष्य में भी कानून व्यवस्था पर विश्वास कायम रखने के लिए अपराधियों के विरुद्ध 'आपरे पाताल लोक' चलता रहेगा। डीजीपी ने कहा कि मुठभेड़ में शामिल सब इंस्पेक्टर राजकुमार पांडेय व बृजेश मिश्रा को उत्साहवर्धन के लिए थाना प्रभारी तैनाती दी गई है। चौकी प्रभारी रहे उप निरीक्षक राजकुमार पांडेय को लोहता थाने का प्रभारी बनाया गया है। जबकि क्राइम ब्रांच प्रभारी उप निरीक्षक बृजेश मिश्रा को चितईपुर की बागडोर सौंपी गई हैं 
वाराणसी के लक्सा थाने में तैनात सब इंस्पेक्टर अजय यादव के साथ 8 नवंबर को घटना हुई थी। जब वह अपने प्लाट पर निर्माणाधीन मकान पर गये हुए थे पहले से घात लगाए तीनों बदमाशों ने दारोगा को गोली मारकर उनकी सर्विस पिस्टल छीन ली थी। डीजीपी ने इस घटना को बेहद गंभीरता से लेते हुए वाराणसी कमिश्नरेट को अभेद्य व्यूह रचना तैयार कर कड़ी कार्यवाही के निर्देश दिए थे। घटना का खुलासा करने के लिए विशेष कार्यवाही के लिए 'आपरेशन पाताल लोक' चलाया गया और इसमें कर्मठ व साहसिक पुलिस कर्मियों को शामिल कर टीमें लगाई गईं।

मुठभेड़ में मारे गए दोनों शातिर बदमाश पटना कोर्ट से भागे थे। मारे गए बदमाश बिहार के समस्तीपुर के मूल निवासी थे। इनका एक भाई मौके से भागने में सफल हो गया। बिहार में कैशवैन और असलहा लूटने की बड़ी घटनाओं में शामिल रहे इन अपराधियों ने हत्याएं भी की थीं। रिंग रोड बड़ागांव और क्राइम ब्रांच की टीम से बदमाशों को आमना- सामना हुआ।

बदमाशों के पास से दरोगा अजय यादव को गोली मारकर लूटी गई नाइन एमएम की पिस्टल बरामद की गई। मारे गये बदमाश
समस्तीपुर जिले के मोहद्दीनगर थाने के आनंद गोलवां निवासी रजनीश उर्फ बउआ सिंह, उसका भाई मनीष सिंह थे। इनका अन्य भाई लल्लन भाग निकला। मुठभेड़ में घटना में सिपाही शिवबाबू को भी गोली लगी है, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
वाराणसी में रोहनिया के दरेखू में दरोगा अजय यादव को गोली मारकर उनकी पिस्टल लूटने वाले समस्तीपुर जिले के मोहद्दीनगर थाने के आनंद गोलवां निवासी रजनीश उर्फ बउवा सिंह, मनीष सिंह और ललन तीनों भाई हैं। तीनों असलहों के लूट, बैंक लूट, हत्या के लिए कुख्यात हैं। चौथे भाई राजेश सिंह समेत सभी मिलकर वारदात को अंजाम देकर भाग जाते थे।

चारों भाइयों पर बिहार में हत्या, लूट, जानलेवा हमला समेत कई संगीन मामलों में दर्जनों मुकदमे दर्ज हैं। कमिश्नरेट पुलि के अफसर बिहार पुलिस से संपर्क में हैं। इन भाइयों का आपराधिक इतिहास की जानकारी लेने के साथ ही तीसरे ललन की तलाश की जा रही है। साथ ही उसके चौथे भाई राजेश के बारे में भी पुलिस जानकारी ले रही हैं 
पटना के बेलछी थाना क्षेत्र के बाघाटिलहा गांव के निकट छह मार्च 2017 को पंजाब नेशनल बैंक से 60 लाख रुपये, दो दरोगा और एक जमादार से हथियार लूट में तीनों भाई रजनीश, मनीष, ललन व अन्य बदमाश शामिल थे। इस घटना को अंजाम देने के लिए बैंक के गार्ड योगेश्वर पासवान, सुरेश सिंह और चाल अजित यादव की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस मामल तीनों को पटना के बाढ़ जेल में रखा गया था। इसी साल नौ सितंबर को बाढ़ कोर्ट में पेशी के दौरान शौचालय की बेसिन दीवार तोड़कर तीनों फरार हो गए थे। इसके बाद अपराध में लिप्त हो गए थे।

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