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Oct 15, 2022

बाढ़ उत्पन्न हुई स्थितियों के संबंध में जिला प्रशासन द्वारा की गई कार्यवाही

गोण्डा - अप्रत्याशित रूप से हुई अतिवृष्टि एवं बाढ़ से उत्पन्न स्थिति से  निपटने  तथा प्रभावित परिवारों को तत्काल राहत पहुॅचाने हेतु जिला प्रशासन कटिबद्ध है। 
           बाढ़ आपदा की स्थिति उत्पन्न होने के पूर्व जिला स्तरीय स्टीयरिंग कमेटी की बैठक दिनांक 27.04.2022 व 02.08.2022 को करने के साथ ही दिनांक 08.10.2022 से निरन्तर दैनिक रूप से आपदा राहत कार्यो की गहन समीक्षा करते हुए राहत बचाव कार्य युद्ध स्तर पर संचालित हैं। बाढ़ आपदा से प्रभावित क्षेत्र को जोन/सेक्टर में विभाजित कर वरिष्ठ अधिकारियों को राहत कार्यो की निगरानी तथा जन सामान्य की शिकायतों के त्वरित निस्तारण के लिए लगाया गया है। 
जनपद में अब तक कुल 146 राजस्व ग्रामों के 662 मजरे बाढ़/अतिवृष्टि से प्रभावित हुए हैं, जिनमें 489 नावों के साथ-साथ एस0डी0आर0एफ0 व पी0ए0सी0 की एक-एक प्लाटून तथा 04 मोटरबोट राहत/बचाव कार्य में लगाये गये हैं। जनपद की कुल 228089 आबादी प्रभावित हुई है, जिन्हें तत्काल राहत के रूप में लंच पैकेट की व्यवस्था प्रभावित तहसीलों एवं विकास खण्डों में संचालित कम्युनिटी किचेन के माध्यम से की जा रही है। अब तक लगभग 569000 लंच पैकेट वितरित किए जा चुके है तथा यह कार्य अभी जारी है। प्रभावित क्षेत्र में शुद्ध पेयजल तथा मेडिकल किट के साथ साथ संक्रामक बीमारियों के रोकथाम के लिए साफ सफाई, कीटनाशक दवावों के छिड़काव सहित फागिंग आदि कराई जा रही है।
बाढ़ प्रभावित ग्रामों में अब तक 7286 त्रिपाल वितरित करने के साथ ही 4617 आपदा राहत किट मा0 जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में कराया गया है। अवशेष प्रभावित परिवारों को राहत किट वितरण का कार्य गतिमान है। 
प्रभावित ग्रामों में पशुओं के चारे की व्यवस्था करते हुए अब तक 505 कुंटल भूसा वितरित किया गया है। कुल 274750 पशुओं का टीकाकरण तथा 2406 पशुओं का उपचार अब तक किया गया है।
बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में  अब तक 03 व्यक्तियों की मृत्यु डूबने से हुई है, जिनके परिजनों को अनुमन्य आर्थिक सहायता प्रति व्यक्ति 4.00 लाख स्वीकृत की गयी है।
                जनपद में सभी 26 बाढ़ चौकी क्रियाशील है जहां पर पालीवार विभागीय कार्मिकों की तैनाती की गयी है और इनकी क्रियाशीलता की निगरानी वरिष्ठ अधिकारियों तथा कंट्रोल रूम से की जा रही है।
प्रभावित क्षेत्र में जल स्तर में  आ रही कमी के साथ ही क्षतिग्रस्त मकानों तथा फसलों के नुकसान का सर्वे कार्य प्रारम्भ कराया गया है, जिसे शीघ्रातिशीघ्र पूर्ण कराते हुए राहत राशि वितरित करायी जायेगी।
               जनपद में बाढ़ की स्थिति सामान्य हो रही है तथा जिला प्रशासन प्रत्येक प्रभावित परिवार तक पहुुंचकर हर तरह से मदद करने के लिए अहर्निश कटिबद्ध है।

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