दिवाली मनाने कार से घर जा रहा था परिवार
लखनऊ में जल निगम में AE के पद पर विनोद कुमार तैनात थे। रविवार को विनोद कुमार (42), अपनी मां सरस्वती, पत्नी नीलम (34), बेटी श्रेया और बेटे यथार्थ के साथ कार से दीवाली मनाने संतकबीरनगर जा रहे थे। मुलरुप से वह खलीलाबाद क्षेत्र के हरपुर ढोडहि के रहने वाले थे। ब्रेजा कार में सवार पूरा परिवार लखनऊ से निकला था।
रात के वक्त हाईवे किनारे कंटेनर खड़ा था। कार की स्पीड तेज थी। 8 बजे अंधेरा होने के कारण अंदाजा नहीं लगा और कार पीछे से कंटेनर में जा घुसी। हादसे की भयावहता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि सभी कार में बुरी तरह से फंस गए। हादसे के बाद आसपास के लोग मौके पर पहुंचे। उन्होंने पुलिस को सूचना दी। बमुश्किल गैस कटर से कार को काटकर सभी को निकाला गया। क्रेन से कार को कंटेनर से निकाला गया।
हादसे में एई विनोद कुमार, उनकी मां, पत्नी, बेटी की मौके पर मौत हो गई, जबकि बेटे यथार्थ ने कुछ देर बाद दम तोड़ दिया। SP आशीष श्रीवास्तव ने बताया पांचों शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। मृतकों के करीबी और रिश्तेदारों को सूचना दे दी गई।
बहुत दिनों से गांव नहीं गया था परिवार
विनोद कुमार परिवार के साथ लखनऊ में ही रहते थे। उनका बेटा और बेटी लखनऊ में ही पढ़ाई करते थे। रिश्तेदारों ने बताया कि बहुत दिनों के बाद गांव नहीं आए थे। इसलिए, दीवाली मनाने इस बार घर जा रहे थे। जहां हादसा हुआ है वहां से उनके घर की दूरी महज 17 किलोमीटर रह गई थी। हादसे में पूरा परिवार एक झटके में खत्म हो गया। परिवार में अब कोई नहीं बचा है। विनोद के पिताजी की पहले मौत हो चुकी थी।
जिस कंटेनर में विनोद की कार पीछे से घुसी थी वह सड़क के एकदम किनारे खड़ा हुआ था। कार बेकाबू होकर कंटेनर के पीछे जा घुसी और उसके परखच्चे उड़ गए। लोगों के मन में यह सवाल जरूर उठ रहा है कि सड़क से नीचे उतकर कंटेनर में कार कैसे घुस गई? क्या सामने से कोई वाहन या कोई जानवर आ गया था।
रुधौली बस्ती से अजय पांडे की रिपोर्ट
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