Sep 23, 2022

ब्लड सैंपल देने व रिपोर्ट लेने में छूट रहा पसीना।

बस्ती । जिला अस्पताल में संचालित क्षेत्रीय निदान केंद्र के पैथालाजी में ब्लड सैंपल देने और फिर रिपोर्ट लेने में मरीजों के पसीने छूट जाते हैं। दो बजे तक यहां तो खूब भीड़ रहती है, लेकिन फिर सन्नाटा छा जाता है। बाहरी पैथालाजी गुलजार हो जाते हैं। इसके पीछे चिकित्सकों व बिचौलिए की मिलीभगत बताई जाती है।    

          वैसे तो तीन शिफ्ट में 24 घंटे पैथालाजी का संचालन हो रहा, लेकिन डेढ़ बजे के बाद सामान्य ओपीडी के मरीजों का सैंपल लेने में संबंधित कर्मी आनाकानी करते हैं। इससे मरीज घर वापस चला जाता है और दूसरे दिन आकर मरीज को सैंपल देना पड़ता है। यही नहीं इमरजेंसी मरीजों को भी जांच रिपोर्ट के लिए घंटों इंतजार करना पड़ता है। नियम है कि सुबह आठ बजे से ओपीडी से संबंधित मरीजों का ब्लड सैंपलिंग शुरू करा दिया जाए, लेकिन नौ बजे के बाद ही सैंपलिंग शुरू होती है। 11 बजे तक सैंलप देने वाले लोगों को रिपोर्ट के लिए शाम तक इंतजार करना पड़ता है।   

कप्तानगंज सीएचसी से जांच कराने पहुंची रुख्मणी (65) ने बताया कि ब्लड व बलगम जांच के लिए सीएचसी गई थी। वहां से जिला अस्पताल भेजा गया। जिला अस्पताल से टीबी हास्पिटल फिर वहां से जिला अस्पताल भेजा गया, फिर टीबी हास्पिटल जाना पड़ा। चक्कर लगाते-लगाते थक गई। हड़िया की अनीता 23 साल ने बताया कि 11 बजे ब्लड सैंपल देकर रिपोर्ट के लिए इंतजार कर रहे हैं। दो घंटे बाद भी रिपोर्ट नहीं मिली। रामसूरत व अश्वनी ने बताया कि एक घंटे ओपीडी में खड़े होकर चिकित्सक को यदि किसी तरह से दिखा लीजिए तो ब्लड जांच के लिए घंटों इंतजार करना पड़ता है। समय से न रिपोर्ट मिलती है न चिकित्सक को दिखा मिलता है। इससे दूसरे दिन फिर अस्पताल आना पड़ता है। डेढ़ बजे के बाद ओपीडी के मरीजों का सैंपल नहीं लेते। कर्मियों की मनमानी के चलते मरीज परेशान होते हैं।    

    24 घंटे पैथालाजी के संचालन के लिए तीन शिफ्ट में 19 कर्मियों व एक चिकित्सक की ड्यूटी लगाई गई है। सुबह आठ से दो तक छह एलटी, चार एलए व तीन चतुर्थ श्रेणी कर्मी, दो से आठ तक दो एलटी, एक एलए, एक चतुर्थ श्रेणी कर्मी, आठ से सुबह आठ तक एक एलटी, एक एलए व एक चतुर्थ श्रेणी कर्मी को लगाया गया है। पैथलाजिस्ट डा. अमिता गुप्ता निगरानी करती हैं।   
    पैथालाजी में दो बजे के बाद इमरजेंसी में भर्ती होने वाले मरीजों और वार्ड में भर्ती मरीजों का ही जरूरत पड़ने पर ब्लड का सैंपल लिया जाता है। कभी-कभी मरीजों और तीमारदारों को जानकारी न होने के चलते बाहर जाकर जांच कराना पड़ता है।    
जिला अस्पताल के पैथालाजी में डेंगू व जेई जांच के लिए सीएचसी-पीएचसी से भी सैंपल भेजे जाते हैं। सैंपल आने के बाद जांच शुरू होती है और यथासंभव उसी दिन रिपोर्ट दिया जाता है। इसके अलावा अन्य जांच के लिए भी कभी-कभी सैंपल सीएचसी से भेजे जाते हैं।    
जिला अस्पताल में शुगर से लेकर हर्मोंस, मलेरिया, बीडाल आदि प्रकार की जांच निशुल्क है। थायराइड के लिए 200 व हेपेटाइटिस-सी जांच के लिए 100 रुपये लिए जाते हैं। बताया जाता है कि ओपीडी व इमजरेंसी मिलाकर दो सौ से अधिक जांच रोजाना होती है। मशीनें आटोमेटिक हैं।    

आलोक वर्मा, एसआईसी, जिला अस्पताल बस्ती का कहना है।   

पैथालाजी में सभी प्रकार की जांच हो रही है। लैब 24 घंटे पहले से ही संचालित है। तीन शिफ्ट में कर्मी ड्यूटी करते हैं।

             रुधौली बस्ती से अजय पांडे की रिपोर्ट


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