शासन ने अवैध पार्किंग व स्टैंड पर लगाम लगाने के निर्देश दिए हैं, लेकिन जिम्मेदारों की लापरवाही से इस समस्या से शहर को निजात नहीं मिल पा रहा है। यातायात व्यवस्था में लगे पुलिस कर्मियों का ध्यान सिर्फ वीआईपी गाड़ियों पर रहता है कि वह जाम में न फंसे। शहर की सभी सड़कों के फुटपाथ वाहन स्टैंड बन गए हैं या फिर अतिक्रमण की शिकार हैं।
शहर में करीब दो दशक से पार्किंग की व्यवस्था करने की तैयारी की जा रही है, लेकिन धरातल पर नहीं उतर पाई। लोग वाहन को सड़क के किनारे खड़ा कर खरीदारी करते हैं। वीआईपी कहे जाने वाले न्याय मार्ग पर भी पार्किंग की व्यवस्था नहीं है। यही हाल अस्पताल चौराहे का है। पुलिस कर्मियों का जाम हटवाने में ही पूरा दिन बीत जाता है।
शहर के गांधीनगर, रोडवेज तिराहा, अस्पताल चौराहा, न्याय मार्ग, कटरा पानी टंकी, मंगल बाजार, पांडेय बाजार, मेडिकल कॉलेज रोड, कंपनी बाग में जाम लगने के बाद वाहन रेंगते रहते हैं। आगे निकलने की होड़ में खुद ही वाहन चालक जाम का कारण बन जाते हैं। इसके लिए एक-दूसरे से नोकझोंक भी कर लेते हैं।
नगर पालिका की ओर से गांधीनगर, रोडवेज तिराहा, अस्पताल चौराहा, रेलवे स्टेशन, कंपनी बाग, शास्त्री चौक, कटरा चौराहा, पांडेय बाजार में स्टैंड प्रस्तावित है।
निर्धारित स्थलों पर स्टैंड बनाने की रूपरेखा तैयार है। तकनीकी कारणों से इस पर काम नहीं हो सका है। जल्द ही इसे व्यवस्थित कर दिया जाएगा।
रूपम मिश्रा, अध्यक्ष, नगर पालिका।
रुधौली बस्ती से अजय पांडे की रिपोर्ट
No comments:
Post a Comment