Aug 17, 2022

अर्से बाद कलेक्ट्रेट में 31 बाबूओं का पटल बदला

नाजिर, पेशकार, सामान्य लिपिक व अलग अलग पटलों पर लंबे समय से कलेक्ट्रेट का काम देख रहे 31 लिपिकों का कार्यक्षेत्र परिवर्तित कर दिया गया है। यह बदलाव डीएम प्रियंका निरंजन के निर्देश पर एडीएम अभय कुमार मिश्र ने किया है। बावजूद मठाधीश बने बाबू पटल परिवर्तन में अपने मनमाफिक जगह पाने में कामयाब रहे। आला अधिकारियों पर उनका राजनीतिक ‘जुगाड़ कारगर रहा। वहीं कईयों में कहीं खुशी कहीं गम का माहौल बना है।   
एक सप्ताह पहले कलेक्ट्रेट के एक कर्मी के द्वारा रिश्वत लेने का वीडियो वायरल होने के बाद यह माना जा रहा था कि डीएम ऑफिस में लंबे समय से जमे बाबुओं को बदल दिया जाएगा। लिपिकों का पटल बदलने का खाका भी उसी दिन खींच दिया गया था। शिकायतों के केंद्रबिंदु में रहने वाले बाबू इस कार्रवाई के बाद खासे परेशान हैं। मंगलवार को कलेक्ट्रेट खुलते ही एडीएम के आदेश पर पटल परिवर्तन आदेश जारी कर दिया गया।

कलेक्ट्रेट, एडीएम कार्यालय व तहसीलों में काम करने वाले लिपिकों को नियमानुसार तीन से पांच वर्ष में पटल बदलने का प्रावधान है। लेकिन जिले में लंबे समय से पटल परिवर्तन नहीं हुआ था। लिपिक अपने पटल पर एकाधिकार रखते थे। डीएम ने नियमानुसार पटलों के बदलाव के निर्देश दिए थे। उसी क्रम में पटल परिवर्तन पत्रावली तैयार कर डीएम की सहमति के बाद 31 बाबूओं को इधर-उधर कर दिया गया।    

रुधौली बस्ती से अजय पांडे की रिपोर्ट

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