शारदीय नवरात्रि के प्रथम दिन से देशवासियों को मिलेगी टैक्स रिबेट की सौगात: सूर्य प्रताप शाही
समाज के सभी वर्ग को मिलेगी राहत
बहराइच । मा. मंत्री कृषि, कृषि शिक्षा एवं कृषि अनुसंधान विभाग/प्रभारी मंत्री जनपद बहराइच श्री सूर्य प्रताप शाही ने कलेक्ट्रेट सभागार में जी.एस.टी.-2 के सम्बन्ध में प्रेस-वार्ता करते हुए मा. प्रधानमंत्री एवं केन्द्रीय वित्त मंत्री के प्रति प्रदेशवासियों की ओर से आभार व्यक्त करते हुए बताया कि टैक्स रिबेट शारदीय नवरात्रि के प्रथम दिन 22 सितम्बर, 2025 से लागू होंगे। अब केवल 05 प्रतिशत व 18 प्रतिशत की जीएसटी दरें प्रभावी रहेंगी, 12 प्रतिशत व 28 प्रतिशत की टैक्स दरों को समाप्त कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि जरूरी घरेलू सामान पर 05 प्रतिशत या जीरो टैक्स, व्यक्तिगत जीवन और स्वास्थ्य बीमा तथा जरूरी शिक्षण सामग्री पर जीएसटी नहीं लगेगा, कृषि कार्य से जुड़े उपकरणों पर 05 प्रतिशत टैक्स की व्यवस्था दी गई है। मा. प्रभारी मंत्री ने कहा कि सर्वाधिक आबादी के राज्य उत्तर प्रदेश को टैक्स रिबेट का सर्वाधिक लाभ प्राप्त होगा। उन्होंने कहा कि देश में उ.प्र. का किसान पिपरमेण्ट की सर्वाधिक खेती करता, ऑर्गेनिक पिपरमेण्ट पर टैक्स 05 प्रतिशत तथा सिंथेटिक पिपरमेण्ट पर टैक्स 18 प्रतिशत होगा, इससे ऑर्गेनिक प्रोडक्ट की मांग बढ़ेगी। रू. 2,500 तक के फुटवियर पर जीएसटी को कम करके 05 प्रतिशत किये जाने से चमड़ा एवं जूता उद्योग को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी। टैक्स रिबेट मिलने पर हस्तशिल्पियों और कारीगरों द्वारा निर्मित वस्तुओं तथा रू. 2500 तक के रेडीमेट कपड़ों पर जीएसटी दर केवल 05 प्रतिशत कर देने से ओडीओपी से जुड़े हस्तशिल्पियों और कारीगरों के साथ-साथ उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी। टैक्स रिबेट से सामान्य घरेलू उपभोक्ता वस्तुओं की खपत बढ़ेगी, मार्केट में लोगों का विश्वास बढ़ेगा, प्रोडक्शन अधिक होगा, इम्प्लॉयमेण्ट को बढ़ाने में मदद मिलेगी।प्रभारी मंत्री श्री शाही ने कहा कि फोर-व्हीलर और टू-व्हीलर वाहनों पर प्रभावी 28 प्रतिशत जीएसटी दर को घटाकर 18 प्रतिशत किया गया है। अर्थात् 10 प्रतिशत की कटौती की गयी है। इससे वाहन खरीददारों को लाभ मिलेगा और रोजगार के नये अवसर सृजित होंगे। नोटबुक, पेंसिल, नक्शे, इत्यादि शिक्षण सामग्रियों पर अब कोई टैक्स नहीं लगेगा। लग्जरी व विलासिता के सामानों पर जैसे-तम्बाकू, पान मसाला, कसीनों, एसयूवी इत्यादि पर 40 प्रतिशत का टैक्स लगाया जाएगा। व्यापार में आसानी करने के लिए टैक्स रजिस्ट्रेशन को ऑटो मोड पर किया गया है और ऑटो अप्रूव करने की व्यवस्था की गयी है। टैक्स रिफण्ड करने की सुविधा भी दी गयी है। रिस्क आधारित कम्प्लायन्स से एमएसएमई, निर्यातकों और श्रम प्रधान क्षेत्रों को मजबूती मिलेगी। जीएसटी लागू होने के बाद पहली बार इतने बड़े पैमाने पर इन सभी सेक्टर्स में सुधार से सामान्य नागरिकों को काफी राहत मिलेगी।श्री शाही ने कहा कि जीएसटी की 04 टैक्स स्लैब की तुलना में 02 टैक्स स्लैब होने से सामान्य घरेलू उपभोक्ता वस्तुओं की खपत बढ़ेगी। मार्केट में लोगों का विश्वास बढ़ेगा। प्रोडक्शन अधिक होगा, इससे इम्प्लॉयमेण्ट को बढ़ाने में मदद मिलेगी। अर्थात् जब जीवन आसान होगा तो व्यापार भी आसान होगा, व्यापार आसान होगा तो मार्केट में खुशहाली आएगी और मार्केट में खुशहाली आने से रोजगार सृजन में वृद्धि होगी। अनुमानतः देश की जीडीपी में 0.2 से 0.3 प्रतिशत की वृद्धि होगी। बड़े-बड़े हाईवे और इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेण्ट के साथ-साथ कारोबारी गतिविधियों में वृद्धि होगी। भारतीय अर्थव्यवस्था में लगभग 02 लाख करोड़ रुपये से अधिक की ग्रोथ होने की सम्भावना है।इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मंजू सिंह, सांसद बहराइच डॉ. आनन्द कुमार गोंड, एम.एल.सी. पदमसेन चौधरी व डॉ. प्रज्ञा त्रिपाठी, विधायक सदर श्रीमती अनुपमा जायसवाल, पयागपुर के सुभाष त्रिपाठी, नानपारा के राम निवास वर्मा, भाजपा जिलाध्यक्ष बृजेश पाण्डेय, जिलाधिकारी अक्षय त्रिपाठी, पुलिस अधीक्षक रामनयन सिंह, मुख्य विकास अधिकारी मुकेश चन्द्र सहित अन्य अधिकारी, पार्टी पदाधिकारी तथा संभ्रांतजन मौजूद रहे।
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