[11/18, 10:32 AM] Ashish Kumar Singh: बरेली में एक फर्जी दरोगा गिरफ्तार किया गया। वो खुद को दरोगा बताकर शादी के लिए दुल्हन देखने पहुंच गया । युवक दो माह से युवती से बातचीत कर रहा था। युवती अधिवक्ता है। उसने ट्रेनिंग सेंटर और थाने से पड़ताल कराई, तो युवक का झूठ पकड़ में आ गया। इसके बाद महिला अधिवक्ता ने आरोपी से कहा कि तुम वर्दी में बरेली मुझसे मिलने आना तब हम लोग बाहर घूमने चलेंगे, युवती ने पुलिस बुलाकर युवक को वर्दी में ही अरेस्ट करा दिया।
सोशल मीडिया से हुई थी जान पहचान
26 वर्षीय युवती कचहरी में वकील है। युवती की दोस्ती दो माह पूर्व सत्यम तिवारी से हुई। उसने खुद को उत्तर प्रदेश पुलिस में उपनिरीक्षक बताया। दोनों में विवाह के लिए बातचीत शुरु हुई। सत्यम ने खुद को बताया कि मैं 2019 बैच का दरोगा हूं और इस समय लखनऊ के हजरतगंज थाने में नियुक्ति हैं। इसके बाद युवती शादी के लिए तैयार हो गई। फर्जी दरोगा अपने वर्दी के फोटो भी युवती को भेजता रहा। युवती ने अपने स्तर से पता कराया तो पता चला कि इस नाम का हजरतगंज थाने में कोई दरोगा नहीं है।
वो दरोगा नहीं गाड़ी का ड्राइवर निकला एक महीने पहले आरोपी बरेली होकर गुजर रहा था। वकील लड़की उससे मिलने पहुंची। युवती ने जब ट्रेनिंग सेंटर के बारे में पूछा तो आरोपी टाल गया। उसने सही जानकारी नहीं दे सका इसी बात महिला वकील को शक हो गया। आरोपी ने वर्दी पर बैज भी गलत तरह से लगा रखे थे। इसके बाद कोतवाली पुलिस को जानकारी दी। पुलिस ने जांच की तो पता चला की युवक शादी के लिए दरोगा बनकर बरेली पहुंचा है। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है फर्जी दरोगा के पास से एक आई-कार्ड और वर्दी भी बरामद हुई है। पुलिस ने बताया कि सुसंगत धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है। सत्यम लखनऊ के आशियाना कॉलोनी में रहकर गाड़ी चलाने का काम करता है।
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