Oct 29, 2022

कतर के इंटरनेशनल आर्ट फेस्टिवल में बस्ती का लाल सम्मानित

बस्ती - खाड़ी देश कतर में आयोजित इंटरनेशनल आर्ट फेस्टिवल में बस्ती के लाल अविनाश त्रिपाठी को सम्मानित किया गया। उन्हें यह सम्मान फिल्म लेखक, गीतकार व निर्देशन के लिए मिला। विश्व के करीब 70 देशों के कला संगीत और सिनेमा दुनिया से जुटे लोगों में अविनाश त्रिपाठी ने भारत के इकलौते प्रतिनिधि के तौर पर भाग लिया। शहर के आवास-विकास कालोनी निवासी के पिता पं. सच्चिदानंद त्रिपाठी पेशे से अधिवक्ता हैं और माता विजय लक्ष्मी त्रिपाठी सरकारी सेवा से सेवानिवृत्त है। उनकी प्रारंभिक शिक्षा सरस्वती शिशु मंदिर रामबाग, इंटरमीडिएट खैर इंटर कालेज व बीएससी बायो किसान पीजी कॉलेज से हुई। लखनऊ विश्वविद्यालय से मॉस कम्युनिकेशन का कोर्स किया। उसके बाद दूरदर्शन लखनऊ व दिल्ली के लिए काम किया। फिल्मी दुनिया में काम करने का जज्बा लेकर अविनाश ने मुंबई का रूख किया। जहां पर अभिनेता अमोल पालेकर के सहायक निर्देशक व हालीवुड डायरेक्टर जिम्मी लू के असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर काम किया। अविनाश ने जल्द ही फिल्म लेखक, गीतकार व फिल्म-निर्माता निर्देशक का काम शुरू कर दिया। बदलते दौर को अपना कर डिजिटल आर्ट की तरफ कदम बढ़ाया और 700 से अधिक शार्ट फिल्मों का निर्माण कर डाला। इसी प्रतिभाग के चलते उन्हें कतर के इंटरनेशनल आर्ट फेस्टिवल में आमंत्रित किया गया। ‘आर्ट ऑफ फ्यूचर विषय पर पैनल टॉक शो में अविनाश ने भारत का प्रतिनिधित्व किया। इसमें विश्व के 11 देश स्वीडन, रोमानिया, यूनाइटेड किंगडम, रूस, पुर्तगाल, रोमानिया सहित अन्य की भागीदारी रही। यहां पर अविनाश ने विश्व के 16 विश्व प्रसिद्द कलाकारों के मास्टर क्लास का मॉडरेशन भी किया। इसके चलते अविनाश को उनके आर्ट और सिनेमा में योगदान के लिए सम्मानित किया गया। अविनाश के लिखे गीतों को कविता कृष्णामूर्ति व शान जैसे बड़े कलाकारों ने गाया है। इस समय वह बड़े बैनर की वेब सीरिज लिख रहे हैं। उनके सम्मानित होने पर अधिवक्ता पिता, माता, समेत बस्ती वासियों ने बधाई दी।  

          रुधौली बस्ती से अजय पांडे की रिपोर्ट

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