किसानों ने कहा कि गन्ना किसानों, मिल श्रमिकों का 2018 से बकाया का भुगतान सुनिश्चित किया जाय। डीएम ने आश्वस्त किया कि प्रकरण के निस्तारण के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे। ज्ञापन में कहा गया है कि गोविन्दनगर वाल्टरगंज शुगर मिल बजाज ग्रुप की इकाई है। इस चीनी मिल को वर्ष 2017-18 में बजाज ने बंद कर दिया। उस समय से ही गन्ना किसानों, श्रमिकों का मिल पर 60 करोड़ से अधिक रुपए बकाया है।
गन्ना किसान और श्रमिक बकाया भुगतान की मांग को लेकर लगातार आवाज उठा रहे हैं। कई बार मिल श्रमिक मिल के टावर तक पर चढ़कर अपना विरोध दर्ज करा चुके हैं। भाकियू भी किसानों श्रमिकों के बकाया भुगतान कराने और मिल चलाने की मांग को लेकर मिल गेट पर किसान पंचायत का आयोजन कर चुकी है। किसानों, श्रमिकों के बकाया भुगतान की मांग को लेकर होने वाले आन्दोलनों के बाद जिला प्रशासन द्वारा आश्वासन देकर आन्दोलन को स्थगित कराया गया, लेकिन बकाया भुगतान की प्रक्रिया शुरू नहीं हो पाई।
ज्ञापन सौंपने वालों में ग्राम प्रधान ध्रुवचन्द्र, सावित्री, सुखसागर उपाध्याय, शोभावती, अमरनाथ चौधरी, महेश कुमार पाण्डेय, अंगद वर्मा, वीरेन्द्र चौधरी, रामजनक, रामशरन, रामआज्ञा चौधरी, राकेश राजभर, शिव प्रसाद चौधरी, जयपाल सिंह राठौर, यतेन्द्र प्रताप सिंह, शकुन्तला चौधरी, घमालू चौधरी, नरसिंह, राम गोपाल, राजेश कुमार श्रीवास्तव, नागेन्द्र कुमार चौधरी, घनश्याम, कुलदीप मौर्य, सुनील कुमार राव, धीरेन्द्र प्रताप सिंह, पवन कुमार, संजय, शेषराम वर्मा आदि शामिल रहे।
रुधौली बस्ती से अजय पांडे की रिपोर्ट
No comments:
Post a Comment