कोविड-19 की दूसरी लहर से बचाने के लिए भारत को इतना मुश्किल नहीं था,लेकिन भारत सरकार ने कोरोना की पहेली लहर को देखते हुए, स्वास्थ्य के क्षेत्र में बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया।
मोदी सरकार में कोई नया अस्पताल, ना ही इस महामारी से बचने के लिए कोई मेडिकल कॉलेज या डॉक्टरों के स्टाफ, कमियां के सिवाय एक बढ़ोतरी भी नहीं हुई। जिससे आज भारत में रहने वाले सभी जनमानस की जान कोरोना की दूसरी लहर में तड़प तड़प कर अपनी जान दे रहे हैं । वही भारत सरकार अपने हाथ पर हाथ रखकर व चुनाव प्रचार को कराते हुए नजर आए, जिसकी वजह आज भारत कोरोना की दूसरी कहर से जूझ रहा है।
मोदी सरकार पर लगातार टि्वटर, फेसबुक, व्हाट्सएप आदि के माध्यम से मोदी सरकार को ''गो मोदी'' ''बैक मोदी'' या ''मोदी कुर्सी छोड़ो'' लगातार बोले जा रहे हैं ,जिससे मोदी सरकार पर लोगों द्वारा थू थू हो रही है।
कोरोना वायरस की पहली लहर को देखते हुए, भारत सरकार डॉक्टर एक्सपर्ट की राय मानते हुए, साइंटिफिक तरीकों से कंट्रोल करते तो भारत की या नौबत देखने को नहीं मिलती। लेकिन आप ने गाय, गोबर , ताली , थाली और दिया मैनेजमेंट से वायरस को कंट्रोल किया। इसका नतीजा पूरा देश भुगत रहा है।
भारत को कोरोना की दूसरी लहर से बचाने के लिए भारत सरकार के लिए सजेशन,, पहला एक्सपर्ट की राय सुनिए, दूसरा टेस्टिंग,ट्रकिग पर सही ध्यान दिया जाय,। और तीसरा ट्रीटमेंट की निधि अपनाया जाय, और चौथा जल्द से जल्द ज्यादा से ज्यादा सभी लोगों को वैक्सीनेट किया जाए। अभी भी भारत सरकार इस सजेशन में काम करें तो भारत को बचाया जा सकता है। नही तो करोना की आने वाली अगली तीसरी लहर में भारत में प्रलय और त्राहि-त्राहि गांव-गांव घर-घर में मच ने की संभावनाएं हैं ।
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