करनैललगंज/ गोंडा - बुधवार को एसडीएम की कार्यशैली से नाराज आदिवक्ताओ ने उनपर भृष्टाचार का आरोप लगाते हुये तहसील परिसर में जमकर नारेबाजी की तथा कार्य बहिष्कार कर एसडीएम के स्थानांतरण की माँग पर अड़े रहे। वहीं उपजिलाधिकारी ने अधिवक्ताओं पर नाजायज तरीके से दबाव बनाने का आरोप लगाते हुये अधिवक्ताओं द्वारा लगाये जा रहे आरोपो को बेबुनियाद बताया।बुधवार को सुबह जैसे ही तहसील खुली तो बार एसोसिएसन अध्यक्ष सत्यनारायण सिंह की अगुवाई में एकत्र होकर अधिवक्ताओं ने तहसील परिसर में नारेबाजी शुरू कर दी और सभी कार्यो को रोककर उपजिलाधिकारी ज्ञानचन्द्र गुप्ता स्थानांतरण की माँग करने लगे। तथा उनपर भूमाभियाओ को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुये आंदोलन जारी रखने की चेतावनी दी। वहीं एसडीएम ज्ञानचन्द्र गुप्ता ने अधिवक्ताओं के आरोपो को खारिज करते हुये उसे बेबुनियाद बताया। एसडीएम ने कहा कि,अधिवक्ताओं द्वारा फर्जी कार्यो के लिये उनपर दबाब बनाया जा रहा है।उपजिलाधिकारी का कहना है कि,संघ के तीन अधिवक्ताओ ने फर्जी तरीके से परसपुर थाना अन्तर्गत कुड़ियाव ग्राम निवासी सुखराम पुत्र सीताराम( अनुसूचित जाति) की जमीन एक सामान्य व्यक्ति के नाम दर्ज करवा दी थी, और उस मामले में
वह व्यक्ति जेल भी जा चुका है।मामला कोर्ट पर लम्बित था,इस प्रकरण में उन्होंने सुखराम के पक्ष में फैसला सुनाया था। जिससे नाराज होकर यह तीनों अधिवक्ता उनका विरोध कर रहे हैं और उनके खिलाफ गलत आरोप लगाकर दबाव बना रहे हैं, जो कतई न्यायसंगत नहीं है। फिलहाल जो भी हो अधिवक्ताओं का आन्दोलन जारी है।
वह व्यक्ति जेल भी जा चुका है।मामला कोर्ट पर लम्बित था,इस प्रकरण में उन्होंने सुखराम के पक्ष में फैसला सुनाया था। जिससे नाराज होकर यह तीनों अधिवक्ता उनका विरोध कर रहे हैं और उनके खिलाफ गलत आरोप लगाकर दबाव बना रहे हैं, जो कतई न्यायसंगत नहीं है। फिलहाल जो भी हो अधिवक्ताओं का आन्दोलन जारी है।

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