गाँवो में फिर घुसा पानी, लोगो की बढ़ी परेशानी। खतरे के निशान से 38 सेमी ऊपर पहुँची घाघरा दहशत।
करनैलगंज, गोण्डा। एकाएक घाघरा नदी का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ पीड़ितों में बेचैनी बढ़ गयी है , घाघरा का जलस्तर खतरे के निशान से 38 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गया है, जिससे स्थानीय तहसील क्षेत्र अन्तर्गत एल्गिन चरसडी बांध के किनारे बसे नकहरा सहित अन्य गांवों में बाढ़ का पानी अपनी दस्तक दे चुका है, अभी विगत अगस्त महीने में विभिन वैराजो से छोड़े गये पानी से घाघरा का जल स्तर बढ़ने पर बांध के आस पास के कई गांवों में बाढ़ की स्थिति उत्तपन्न हो गयी थी, और लोग अपनी गृहस्थी व पशुओं के साथ गाँवो से पलायन करना शुरू कर दिये थे, लेकिन नदी का जलस्तर घटने के बाद बाढ़ आच्छादित गाँवो से बाढ़ का पानी निकल जाने से लोगो को राहत मिल गयी थी, लेकिन एक बार फिर अचानक घाघरा का जलस्तर बढ़ने से एल्गिन चरसडी बांध के पास बसे गाँवो खासकर नकहरा (तीर्थराम पुरवा) में बाढ़ ने अपनी दस्तक देकर लोगो की बेचैनी बढ़ा दी है।
करनैलगंज, गोण्डा। एकाएक घाघरा नदी का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ पीड़ितों में बेचैनी बढ़ गयी है , घाघरा का जलस्तर खतरे के निशान से 38 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गया है, जिससे स्थानीय तहसील क्षेत्र अन्तर्गत एल्गिन चरसडी बांध के किनारे बसे नकहरा सहित अन्य गांवों में बाढ़ का पानी अपनी दस्तक दे चुका है, अभी विगत अगस्त महीने में विभिन वैराजो से छोड़े गये पानी से घाघरा का जल स्तर बढ़ने पर बांध के आस पास के कई गांवों में बाढ़ की स्थिति उत्तपन्न हो गयी थी, और लोग अपनी गृहस्थी व पशुओं के साथ गाँवो से पलायन करना शुरू कर दिये थे, लेकिन नदी का जलस्तर घटने के बाद बाढ़ आच्छादित गाँवो से बाढ़ का पानी निकल जाने से लोगो को राहत मिल गयी थी, लेकिन एक बार फिर अचानक घाघरा का जलस्तर बढ़ने से एल्गिन चरसडी बांध के पास बसे गाँवो खासकर नकहरा (तीर्थराम पुरवा) में बाढ़ ने अपनी दस्तक देकर लोगो की बेचैनी बढ़ा दी है।
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